रांची: झारखंड में कोरोना संक्रमण की लहर जारी है. बड़ी संख्या में संख्या में हर दिन कोरोना संक्रमित राज्यभर में मिल रहे हैं. तेजी से पांव पसार रहे संक्रमण ने नामकुम स्थित स्वास्थ्य मुख्यालय में भी दस्तक दे दी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के परिवार नियोजन ( Family planning cell) के हेड डॉ अनिल, NHM के चार्टर्ड अकाउंटेंट (Charter account) और एनजीओ कंसलटेंट की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. राज्य में बडी संख्या में डॉक्टरों के कोरोना संक्रमित रिपोर्ट आने के बाद झासा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों के ओपीडी बंद करने की मांग की है.
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कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट आने के बाद एनएचएम के तीनों अधिकारी होम आइसोलेशन में चले गए हैं. उनके कॉटेक्ट में आए लोगों की पहचान की जा रही है. नामकुम स्थित RCH और IPH के साथ-साथ एक ही कैंपस में औषधि नियंत्रक, आयुष निदेशालय, ड्रग एंड फूड टेस्टिंग लैब और वैक्सीन का स्टेट वेयर हाउस का संचालन होता है. स्वास्थ्य मुख्यालय में ही एनएचएम के निदेशक का भी कार्यालय है.
सदर अस्पताल के 04 डॉक्टर पहले ही हो चुके हैं संक्रमित
कोरोना संक्रमण की रफ्तार इस बार इतनी तेज है कि न सिर्फ आमलोग, बल्कि बड़ी संख्या में पुलिस के अधिकारी, जनप्रतिनिधि के साथ-साथ मरीजों की सेवा कर रहे डॉक्टर्स भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. सोमवार को रांची सदर अस्पताल के चार डॉक्टर्स डॉक्टर बीनू वंदना, डॉ मुज्जमिल, डॉ संतोष और डॉ शशि टोप्पो कोरोना संक्रमित पाई गई हैं. वहीं रिम्स के कई डॉक्टर्स के साथ-साथ बड़ी संख्या में मेडिकल के छात्र भी कोरोना संक्रमित मिले हैं.
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मुख्यमंत्री से अस्पतालों का ओपीडी बंद करने की अपील
झारखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और बड़ी संख्या में डॉक्टरों के कोरोना संक्रमित होने को देखते हुए झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेस ( झासा) एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा छोड़ अन्य ओपीडी बंद करने की मांग की है. झासा के सचिव डॉ बिमलेश सिंह ने पिछले साल की तरह इस साल भी डॉक्टर्स, नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए प्रोत्साहन राशि देने की मांग की है.
झारखंड में तेजी से पांव पसार रहा कोरोना
झारखंड में कोरोना भयावह रूप ले रहा है. सोमवार को रिम्स में डॉक्टर्स, नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ और ऑफिस कर्मचारी मिलाकर लगभग 20 से 21 लोग संक्रमित हैं. वहीं हटिया ब्रांच के एसबीआई बैंक में भी 21 स्टाफ कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. रिम्स में 20 संक्रमित मरीज भर्ती हैं. वहीं सदर अस्पताल से 3 मरीज को डिस्चार्ज किया गया है. जिसके बाद मरीजों की संख्या 10 हो चुकी है. इसके अलावा निजी अस्पताल मेदांता में फिलहाल 10 मरीज भर्ती हैं. राज अस्पताल में 16 से 17 मरीज भर्ती हैं. मेडिका अस्पताल में भी मरीजों की संख्या लगभग 15 है.