रांचीः मौसम केंद्र के मुताबिक आज भी मानसून सक्रिय है. खासकर, राज्य के पश्चिमी और दक्षिणी भाग में कहीं-कहीं भारी बारिश होने का अनुमान है. आज पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा और सिमडेगा जिले में भारी बारिश की संभावना जतायी गई है. इसके अलावा पलामू, चतरा, लातेहार और लोहरदगा के कुछ इलाकों में भी भारी बारिश का अनुमान है. आने वाले कुछ घंटों में पाकुड़, चतरा, दुमका, लातेहार, लोहरदगा और पलामू जिला के कुछ भागों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश के बीच वज्रपात हो सकती है. इसके मद्देनजर येलो अलर्ट जारी किया गया है. किसानों से अपील की गई है कि मौसम सामान्य होने पर ही खेतों में काम करने जाएं. दूसरी तरफ लोगों से पेड़ के नीचे और बिजली के खंभों से दूर रहने की चेतावनी दी है.
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30 जुलाई तक बादल छाए रहेंगे
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक एक चक्रवातीय क्षेत्र उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है और दक्षिण-पश्चिम की तरफ से धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. जिसका असर राज्य के मौसम पर अगले 24 घंटे में दिखने की संभावना है. इसके साथ ही एक चक्रवातीय क्षेत्र पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर बना हुआ है. इसका प्रसार बिहार के साथ-साथ झारखंड के कुछ हिस्सों में है. इसका असर राज्य के उत्तरी हिस्सों में दिख सकता है. राज्य में अगले चार-पांच दिनों तक दिन के दौरान तापमान में कोई खास परिवर्तन नहीं दिखेगा.
25 और 26 जुलाई को भी राज्य के ज्यादातर इलाकों में मध्यम दर्जे तक की बारिश की संभावना है. लेकिन, इसको लेकर अभी तक किसी तरह का अलर्ट जारी नहीं किया गया है. मौसम केंद्र ने संभावना जतायी है कि 30 जुलाई तक बादल छाए रहेंगे. इसकी वजह से लोगों को धूप से महरूम रहना पड़ेगा. पिछले 24 घंटों में चतरा, सरायकला, गुमला और पाकुड़ जिला में सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड हुई है. इस दौरान सिर्फ लोहरदगा जिला में भारी बारिश हुई है. शेष सभी जिलों में सामान्य बारिश रिकॉर्ड हुई है.
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वज्रपात से एक किसान की मौत
लोहरदगा जिले के सदर थाना क्षेत्र के भक्सो डूमर टोली गांव का रहने वाला मारवाड़ी उरांव खेत में काम करने के लिए गया हुआ था.वहां से घर वापस लौटने के दौरान वज्रपात का शिकार हो गया. जिले में इस साल अब तक सात लोगों की मौत वज्रपात की चपेट में आने की वजह से हो चुकी है. पिछले चार साल के दौरान 85 लोगों की मौत वज्रपात की वजह से हो चुकी है.
बारिश के दौरान आंधी-तूफान में बिजली की तार गिरने से भी हादसे होते रहते हैं. ऐसी ही एक घटना साहिबगंज के बरहरवा प्रखंड के बहियार में सामने आई है, जहां मवेशी चरा रहा 16 साल का एक लड़का बेटका हाईटेंशन तार की चपेट में आने से बुरी तरह से झुलस गया.
1 जून से 24 जुलाई के बीच झारखंड में करीब-करीब सामान्य बारिश रिकॉर्ड हुई है. 449.2 मिलिमीटर की तुलना में 439.5 मिलिमीटर बारिश हुई है. खास बात है कि इस अवधि के दौरान धनबाद, दुमका, पूर्वी सिंहभूम, गिरिडीह, हजारीबाग, जामताड़ा, कोडरमा, लोहरदगा, पलामू, रामगढ़, रांची और साहिबगंज में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है. अबतक सबसे ज्यादा बारिश लोहरदगा में हुई है.