रांचीः कोविड-19 से बचाव को लेकर राज्य के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद से मिली जानकारी के अनुसार यह प्रशिक्षण यूनिसेफ और परियोजना परिषद के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की जाएगी. जिसमें राज्य के तमाम सरकारी स्कूलों को शामिल होना अनिवार्य किया गया है. हालांकि प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान भी पूरी तरह सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाएगा. बता दें कि कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत ही प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है.
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सरकारी विद्यालयों में लगभग 1 लाख 16 हजार शिक्षक हैं. वहीं, संबद्धता प्राप्त और अल्पसंख्यक स्कूलों के शिक्षक भी हजारों में है. तमाम शिक्षकों को शिक्षा विभाग प्रशिक्षित कर ही स्कूल खोलने पर विचार कर रही है ताकि कोविड-19 गाइडलाइन का पालन हो सके और बच्चों को भी शिक्षक कोरोना महामारी को लेकर जागरूक कर सकें.
शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम झारखंड शिक्षा परियोजना और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किए जाने को लेकर विचार-विमर्श का दौर जारी है. हालांकि सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ऑनलाइन ही आयोजित किया जाएगा. यह प्रशिक्षण कई चरणों में आयोजित किए जाएंगे. 16 जून से इसकी शुरुआत की जाएगी. इसके लिए शिक्षकों को अपने-अपने स्मार्टफोन में 'स्वच्छ विद्यालय स्वच्छ बच्चे' ऐप डाउनलोड कर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा और उसके बाद शिक्षकों की परीक्षा भी ली जाएगी. जिसमें उन्होंने प्रशिक्षण में क्या कुछ सीखा और बच्चों को क्या कुछ जानकारी देंगे इसकी चर्चा होगी. बकायदा प्रशिक्षित और परीक्षा में उत्तीर्ण शिक्षकों को सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा.
राज्य शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक उमाशंकर सिंह का कहना है कि शिक्षकों को कोविड-19 के तमाम गाइडलाइन के अलावा इससे जुड़े हर बिंदु को जानना जरूरी है. इसी उद्देश्य से शिक्षकों को प्रशिक्षित कर बच्चों को जागरूक किया जाएगा ताकि किसी भी अनहोनी को रोका जा सके. क्योंकि आने वाले समय में पठन-पाठन को सुचारू करना है और स्कूलों को भी खोला जाना है इसलिए सुरक्षात्मक ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं.