रांची: कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पूरे देश में ऑक्सीजन की भारी कमी देखी गई. ऑक्सीजन को लेकर अस्पतालों में ऐसी स्थिति देखी गई जो अबतक कभी भी नहीं देखी गई थी. दिल्ली में कई अस्पताल ऑक्सीजन की कमी की गुहार लगाते देखे गए. कई अस्पतालों से ये भी खबरें आई कि ऑक्सीन की कमी से मरीजों की मौत हो गई. ऐसी स्थिति में झारखंड एक संकट मोचक बन कर सामने आया. झारखंड ने इस विकट स्थिति को देखते हुए पूरे देश में ऑक्सीजन की सप्लाई की. फिर चाहे वह यूपी, हो दिल्ली हो या फिर हैदराबाद. झारखंड से देशभर को 35 फीसदी ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. आंकड़ों के मुताबिक, झारखंड से अबतक 78 ट्रेनों से ऑक्सीजन सिलिंडरों की आपूर्ति हुई है.
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क्या है पूरा आंकड़ा
आंकड़ों के मुताबिक, झारखंड, ओडिशा और गुजरात ने पूरे देश को संक्रमण काल के दौरान 82 प्रतिशत ऑक्सीजन देश के विभिन्न राज्यों को उपलब्ध कराया है. झारखंड, ओडिशा और गुजरात ने सम्मिलित रूप से दिल्ली को 77.34 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश को 49.29 प्रतिशत, तमिलनाडु को 8 प्रतिशत, महाराष्ट्र को 5 प्रतिशत, तेलंगाना को 4 प्रतिशत, आंध्रप्रदेश को 4 प्रतिशत, कर्नाटक को 4 प्रतिशत और राजस्थान को 2 प्रतिशत ऑक्सीजन उपलब्ध कराया. उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु में सम्मिलित रूप से75 प्रतिशत ऑक्सीजन की आपूर्ति झारखंड, ओडिशा और गुजरात द्वारा की गई. झारखंड से कुल आपूर्ति 35 प्रतिशत, ओडिशा से 27 प्रतिशत, गुजरात से 20 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल से 18.8 प्रतिशत, मध्य प्रदेश से 11.5 प्रतिशत और अन्य राज्यों से 11.5 प्रतिशत है.