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जानिए झारखंड पुलिस क्यों चला रही है मिशन आकाश

झारखंड में नक्सलियों के सफाये के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. कई ऑपरेशन भी चला रही है. उन्हीं में से एक ऑपरेशन है मिशन आकाश.

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जानिए झारखंड पुलिस क्यों चला रही है मिशन आकाश
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Published : Jul 14, 2021, 7:05 AM IST

रांचीः झारखंड पुलिस बड़े नक्सली नेताओं को टारगेट कर रही है. इसमें पहला नाम एक करोड़ के इनामी नक्सली नेता असीम मंडल उर्फ आकाश है. आकाश हाल के दिनों में सरायकेला ट्राइजंक्शन में बैठकर नक्सली गतिविधियों का संचालन कर रहा है.

ये भी पढ़ेंः द्रोण ने डॉग स्क्वॉड का नाम किया रोशन, शहीद का मिला दर्जा, विस्फोटक ढूंढने में था माहिर

मिशन आकाश शुरू, संपत्ति की भी जुटाई जा रही है जानकारी

झारखंड में माओवादी संगठन के प्रमुख ओहदेदारों में शामिल असीम मंडल उर्फ आकाश उर्फ तिमिर पुलिस की रडार पर है. आकाश की गिरफ्तारी के लिए झारखंड पुलिस बंगाल पुलिस के भी संपर्क में है. एक करोड़ के इनामी आकाश को लेकर पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस से मदद मांगी है. आकाश पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर के उतर फुलचक्र थाना चंद्रकोणा का रहने वाला है. भाकपा माओवादी संगठन में बीते 20 सालों से उसकी सक्रियता रही है. झारखंड पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस से आकाश और उसके परिजनों की पूरी जानकारी, परिजनों के द्वारा अर्जित संपत्ति की भी जानकारी मांगी है. मिली जानकारी के अनुसार आकाश ने अकूत संपत्ति अर्जित की है और उसका निवेश बंगाल सहित दूसरे राज्यों में किया है. आकाश को घेरने के लिए उसके ऊपर दर्ज मामलों की जानकारी भी पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ साथ झारखंड के जिलों के एसपी से मांगी गई है.

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झारखंड पुलिस का मिशन आकाश
किशन दा का करीबी था आकाश, लालगढ़ में था सक्रियमिली जानकारी के अनुसार एक करोड़ का इनामी आकाश कभी पश्चिम बंगाल के लालगढ़, झारग्राम के इलाके में माओवादियों की स्पेशल एरिया कमेटी का प्रमुख था. बड़े नक्सली नेता किशन दा का वह बेहद करीबी था. जिस समय लालगढ़ में नक्सल आंदोलन चरम पर था उस समय आकाश वहां पर बेहद सक्रिय था, लेकिन लालगढ़ में नक्सल आंदोलन के कमजोर होने के बाद वह झारखंड आ गया. झारखंड के घाटशिला इलाके में दो तीन सालों तक लगातार सक्रिय रहने के बाद आकाश को भाकपा माओवादियों ने बड़ी जिम्मेदारी दी थी. झारखंड आने के बाद उसे माओवादी सेंट्रल कमेटी में जगह दी गई थी. जिसके बाद झारखंड पुलिस ने उसपर एक करोड़ का इनाम घोषित किया था. पतिराम के साथ सरायकेला ट्राइजंक्शन पर कर रहा कैंप

पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी और आकाश का दस्ता एक साथ सरायकेला-चाईबासा और खूंटी ट्राइजंक्शन पर कैंप कर रहा है. पतिराम मांझी के दस्ते के साथ आकाश बीते दो सालों से रह रहा है. इस दौरान पुलिस बलों पर हमले की साजिश में भी दोनों की संलिप्तता रही है. दरअसल हाल के दिनों में सरायकेला ट्राइजंक्शन में नक्सलियों की गतिविधियां काफी बढ़ी है. इन गतिविधियों के बढ़ने के पीछे की प्रमुख वजह असीम मंडल उर्फ अकाश है, यही वजह है कि झारखंड पुलिस ने उसे प्रमुख टारगेट मान रखा है.

रांचीः झारखंड पुलिस बड़े नक्सली नेताओं को टारगेट कर रही है. इसमें पहला नाम एक करोड़ के इनामी नक्सली नेता असीम मंडल उर्फ आकाश है. आकाश हाल के दिनों में सरायकेला ट्राइजंक्शन में बैठकर नक्सली गतिविधियों का संचालन कर रहा है.

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मिशन आकाश शुरू, संपत्ति की भी जुटाई जा रही है जानकारी

झारखंड में माओवादी संगठन के प्रमुख ओहदेदारों में शामिल असीम मंडल उर्फ आकाश उर्फ तिमिर पुलिस की रडार पर है. आकाश की गिरफ्तारी के लिए झारखंड पुलिस बंगाल पुलिस के भी संपर्क में है. एक करोड़ के इनामी आकाश को लेकर पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस से मदद मांगी है. आकाश पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर के उतर फुलचक्र थाना चंद्रकोणा का रहने वाला है. भाकपा माओवादी संगठन में बीते 20 सालों से उसकी सक्रियता रही है. झारखंड पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस से आकाश और उसके परिजनों की पूरी जानकारी, परिजनों के द्वारा अर्जित संपत्ति की भी जानकारी मांगी है. मिली जानकारी के अनुसार आकाश ने अकूत संपत्ति अर्जित की है और उसका निवेश बंगाल सहित दूसरे राज्यों में किया है. आकाश को घेरने के लिए उसके ऊपर दर्ज मामलों की जानकारी भी पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ साथ झारखंड के जिलों के एसपी से मांगी गई है.

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झारखंड पुलिस का मिशन आकाश
किशन दा का करीबी था आकाश, लालगढ़ में था सक्रियमिली जानकारी के अनुसार एक करोड़ का इनामी आकाश कभी पश्चिम बंगाल के लालगढ़, झारग्राम के इलाके में माओवादियों की स्पेशल एरिया कमेटी का प्रमुख था. बड़े नक्सली नेता किशन दा का वह बेहद करीबी था. जिस समय लालगढ़ में नक्सल आंदोलन चरम पर था उस समय आकाश वहां पर बेहद सक्रिय था, लेकिन लालगढ़ में नक्सल आंदोलन के कमजोर होने के बाद वह झारखंड आ गया. झारखंड के घाटशिला इलाके में दो तीन सालों तक लगातार सक्रिय रहने के बाद आकाश को भाकपा माओवादियों ने बड़ी जिम्मेदारी दी थी. झारखंड आने के बाद उसे माओवादी सेंट्रल कमेटी में जगह दी गई थी. जिसके बाद झारखंड पुलिस ने उसपर एक करोड़ का इनाम घोषित किया था. पतिराम के साथ सरायकेला ट्राइजंक्शन पर कर रहा कैंप

पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी और आकाश का दस्ता एक साथ सरायकेला-चाईबासा और खूंटी ट्राइजंक्शन पर कैंप कर रहा है. पतिराम मांझी के दस्ते के साथ आकाश बीते दो सालों से रह रहा है. इस दौरान पुलिस बलों पर हमले की साजिश में भी दोनों की संलिप्तता रही है. दरअसल हाल के दिनों में सरायकेला ट्राइजंक्शन में नक्सलियों की गतिविधियां काफी बढ़ी है. इन गतिविधियों के बढ़ने के पीछे की प्रमुख वजह असीम मंडल उर्फ अकाश है, यही वजह है कि झारखंड पुलिस ने उसे प्रमुख टारगेट मान रखा है.

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