रांची: झारखंड के नक्सली संगठन एक तरफ अपने संगठन में फेरबदल कर उसे मजबूती देने की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरी तरफ झारखंड पुलिस भी नक्सलियों को जवाब देने के लिए अपनी रणनीति पर काम कर रही है. मंगलवार को नक्सल मुद्दे पर हुई बैठक में डीजीपी कमल नयन चौबे ने नक्सलियों से लोहा लेने वाले स्मॉल एक्शन टीम यानी SAT की संख्या को बढ़ाने का निर्णय लिया है.
नए प्लाटून होंगे तैनात
झारखंड पुलिस मुख्यालय में डीजीपी कमल नयन चौबे की अध्यक्षता में मंगलवार को नक्सल मुद्दे पर एक विशेष बैठक हुई. इसमें नक्सल अभियान में लगाए जाने वाली स्मॉल एक्शन टीम की संख्या को बढ़ाने का फैसला लिया गया. बैठक में सीआरपीएफ और पुलिस के नए प्लाटून को नक्सल विरोधी अभियान में भी लगाने की रणनीति पर चर्चा की गई. बैठक में नक्सल इलाकों में अभियान के लिए बेस कैंप की शिफ्टिंग के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई. इस बैठक में डीजीपी कमल नयन चौबे के साथ-साथ डीजी मुख्यालय पीआरके नायडू, विशेष शाखा एडीजी अजय कुमार सिंह, एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा और आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह सहित कई वरीय पुलिस अधिकारी मौजूद थे.
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सीएए-एनआरसी को लेकर विशेष सर्तकता बरतने का निर्देश
झारखंड में भी सीएए-एनआरसी को लेकर लगातार माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है. बैठक में झारखंड के डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया कि वह इसे लेकर पक्ष और विपक्ष की गतिविधियों पर विशेष तौर पर अलर्ट रहें. साथ ही संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतें.
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मांगी गई रिपोर्ट
बैठक में डीजीपी ने फरार नक्सलियों के बड़े कैडरों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया की रिपोर्ट भी जिलों के एसपी से मांगी है. कई जिलों में अफीम की खेती के खिलाफ पुलिस मुख्यालय स्तर पर अभियान चल रहा है. वहीं कई जिलों में मादक पदार्थों की रोकथाम की रणनीति भी बैठक के दौरान बनाई गई. इन सभी मुद्दों पर डीजीपी ने पुलिस अधिकारियो से रिपोर्ट मांगी है.