रांची: झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश अमिताभ कुमार गुप्ता आज सेवानिवृत्त हो गए हैं. वो 9 साल तक झारखंड हाई कोर्ट में न्यायाधीश के पद पर रहे हैं. उन्होंने कई तरह के चर्चित और आपराधिक मामलों में लैंडमार्क फैसला दिया है.
अपने कार्यकाल के दौरान झारखंड हाई कोर्ट में लगभग सभी तरह के मामलों में उन्होंने सुनवाई की. हजारों मामलों की सुनवाई के बाद उन्होंने फैसले सुनाए. न्यायाधीश ए.के गुप्ता का जन्म 31 मई 1969 को हुआ. उन्होंने साहिबगंज के सेंट जेवियर स्कूल से पढ़ाई शुरू की. 1975 में इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा उत्तीर्ण की.
हिंदू कॉलेज दिल्ली से उन्होंने स्नातक की परीक्षा पास की. उसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक और एलएलबी की शिक्षा ली. उन्होंने बिहार राज्य बार काउंसिल के साथ एक वकील के रूप में अपनी प्रैक्टिस शुरू की. आपराधिक और दीवानी मामलों में जिला न्यायालयों में अभ्यास किया.
इसके अतिरिक्त बिहार सुपीरियर न्यायिक सेवा में शामिल हुए. 11 जून 1997 को जिला न्यायाधीश बने. दुमका पटना और धनबाद में एडीजी के रूप में काम किया. वहीं, जून 2001 से फरवरी 2003 तक रांची में विशेष न्यायाधीश सीबीआई मामलों के रूप में तैनात रहे. 1 मार्च 2003 को जिला न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए और पीठासीन अधिकारी श्रम न्यायालय रांची और रांची के परिवार न्यायालय के रूप में भी काम किया.
लातेहार, दुमका और देवघर में जिला न्यायाधीश के रूप में नियुक्त रहे. अध्यक्ष अपीलीय न्यायाधिकरण आर.आर.डीए के रांची के रूप में भी भी तैनात रहे. झारखंड सरकार के कानून और न्याय विभाग के कानून सचिव रहे. 18 सितंबर 2013 को झारखंड उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए. 30 मई 2021 को झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में सेवानिवृत हुए.