रांचीः छठी जेपीएससी की परीक्षा परिणाम को चुनौती देने वाली दर्जनों याचिका पर झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश संजय कुमार द्विवेदी की अदालत ने अपना फैसला सुना दिया है. अदालत ने सभी याचिकाओं को चार भागों में बांट कर अपना फैसला दिया है.
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दरअसल, सुमित कुमार ने जेपीएससी के न्यूनतम अंक (मिनिमम मार्जिन) के बिंदु पर हाई कोर्ट में चुनौती दी थी. उस मामले में हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए जेपीएससी (JPSC) के रिजल्ट को निरस्त कर दिया है और फिर से जेपीएससी को रिजल्ट निकालने का आदेश दिया है. अदालत ने कहा है कि, 8 सप्ताह के अंदर फिर से रिजल्ट निकाल कर नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण की जाए. वहीं, अन्य दर्जनों याचिका है जो अन्य बिंदु को लेकर उठायी गयी थी उसे भी निरस्त कर दिया गया है.
छठी जेपीएससी परीक्षा के परिणाम को चुनौती देने वाली याचिका पर पूर्व में झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई पूरी कर आदेश सुरक्षित रख लिया गया था. उसी आदेश को सोमवार (7 जून) को झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश संजय कुमार द्विवेदी ने सुनाया, जिसमें स्पष्ट रूप से उन्होंने कहा कि, जेपीएससी के जरिए न्यूनतम अंक लाने की बात जो कही गई थी उसकी अनदेखी कर दी गई जो कि गलत है.
इसको देखते हुए उन्होंने सुमित कुमार जिसने न्यूनतम अंक लाने के बिंदु को चुनौती दी थी, उस पर सुनवाई के उपरांत उसकी याचिका को स्वीकृत कर जेपीएससी के पूर्व में निकाले गए रिजल्ट को निरस्त करते हुए न्यूनतम अंक के बिंदु पर फिर से 8 सप्ताह में रिजल्ट निकालने का निर्देश दिया है.