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वैक्सीनेशन ऐप को लेकर झारखंड सरकार पहुंची सुप्रीम कोर्ट, स्थानीय ऐप से वैक्सीनेशन की मांग

झारखंड सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में प्रदेश में वैक्सीनेशन के मामले में हस्तक्षेप याचिका दायर की है. प्रदेश सरकार ने कोविन ऐप के बदले झारखंड सरकार की अमृतवाहिनी ऐप के माध्यम से राज्य में वैक्सीनेशन कराने की मांग की है.

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वैक्सीनेशन ऐप
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Published : May 20, 2021, 4:34 PM IST

Updated : May 20, 2021, 5:22 PM IST

रांचीः कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए कोविन ऐप की बाध्यता को खत्म करने की मांग की है. इसको लेकर झारखंड सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में हस्तक्षेप याचिका दायर की है.

जानकारी देते अपर महाधिवक्ता

इसे भी पढ़ें- झारखंड हाई कोर्ट ने सरकार से पूछा- कब तक हर जिले में लग जाएगा ऑक्सीजन प्लांट

उन्होंने याचिका के माध्यम से अदालत को यह जानकारी दी है कि कोविड-19 के वैक्सीनेशन के लिए केंद्र सरकार के बनाए गए कोविन ऐप की बाध्यता को समाप्त कर झारखंड सरकार के अमृतवाहनी ऐप के जरिए वैक्सीनेशन करने का अनुमति दें. जिससे झारखंड में तेजी से वैक्सीनेशन का काम पूरा किया जा सके और तीसरी लहर आने से पूर्व अधिकांश लोगों को वैक्सीन लगा दिया जाए.

उन्होंने याचिका के माध्यम से अदालत को यह भी बताया है कि झारखंड राज्य पिछड़े राज्यों में से है. यहां के अधिकांश लोग के पास स्मार्टफोन नहीं है. जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है, उन्हें वैक्सीन लेने में काफी कठिनाई आ रही है. कोविन एप से रजिस्ट्रेशन संभव नहीं हो पाता है, जिसके कारण वैक्सीनेशन की गति काफी धीमी है. झारखंड सरकार के बनाए अमृतवाहनी ऐप आसानी से काम करता है. यह ऐप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से काम करता है.

इसे भी पढ़ें- पीएम मोदी की वर्चुअल बैठक में सीएम हेमंत सोरेन हुए शामिल, कोरोना रोकथाम को लेकर हुई चर्चा

इसके जरिए कम समय में अधिकांश लोगों को वैक्सीन दिया जा सकता है. इसलिए राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हस्तक्षेप याचिका दायर कर अनुरोध किया है कि केंद्र सरकार के बनाए गए ऐप के बदले में झारखंड सरकार के बनाए गए ऐप से वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए अनुमति देते हुए इसके लिए निर्देश जारी कर दिया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने कोविड-19 को लेकर स्वतः संज्ञान लिया गया है. उसी याचिका में झारखंड सरकार ने हस्तक्षेप याचिका दायर की है.

रांचीः कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए कोविन ऐप की बाध्यता को खत्म करने की मांग की है. इसको लेकर झारखंड सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में हस्तक्षेप याचिका दायर की है.

जानकारी देते अपर महाधिवक्ता

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उन्होंने याचिका के माध्यम से अदालत को यह जानकारी दी है कि कोविड-19 के वैक्सीनेशन के लिए केंद्र सरकार के बनाए गए कोविन ऐप की बाध्यता को समाप्त कर झारखंड सरकार के अमृतवाहनी ऐप के जरिए वैक्सीनेशन करने का अनुमति दें. जिससे झारखंड में तेजी से वैक्सीनेशन का काम पूरा किया जा सके और तीसरी लहर आने से पूर्व अधिकांश लोगों को वैक्सीन लगा दिया जाए.

उन्होंने याचिका के माध्यम से अदालत को यह भी बताया है कि झारखंड राज्य पिछड़े राज्यों में से है. यहां के अधिकांश लोग के पास स्मार्टफोन नहीं है. जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है, उन्हें वैक्सीन लेने में काफी कठिनाई आ रही है. कोविन एप से रजिस्ट्रेशन संभव नहीं हो पाता है, जिसके कारण वैक्सीनेशन की गति काफी धीमी है. झारखंड सरकार के बनाए अमृतवाहनी ऐप आसानी से काम करता है. यह ऐप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से काम करता है.

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इसके जरिए कम समय में अधिकांश लोगों को वैक्सीन दिया जा सकता है. इसलिए राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हस्तक्षेप याचिका दायर कर अनुरोध किया है कि केंद्र सरकार के बनाए गए ऐप के बदले में झारखंड सरकार के बनाए गए ऐप से वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए अनुमति देते हुए इसके लिए निर्देश जारी कर दिया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने कोविड-19 को लेकर स्वतः संज्ञान लिया गया है. उसी याचिका में झारखंड सरकार ने हस्तक्षेप याचिका दायर की है.

Last Updated : May 20, 2021, 5:22 PM IST
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