रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में चली बीजेपी की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि पिछले 5 वर्षों तक हमेशा भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दावा किया गया, लेकिन इन दावों की पोल रिम्स डेंटल कॉलेज में उपकरणों की खरीद की जांच रिपोर्ट ने खोल कर रख दी है. इस मामले की कांग्रेस ने जांच की मांग की है.
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन ने सोमवार को कहा कि पिछले बीजेपी सरकार ने लगातार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात कही है. जबकि विपक्ष में होने के नाते कांग्रेस ने भ्रष्टाचार को लेकर लगातार आवाज उठाई थी. ऐसे में अब डेंटल कॉलेज के उपकरण खरीद मामले में आई रिपोर्ट ने साबित कर दिया है कि बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार हुए हैं और स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर घोटाले की पुष्टि हुई है.
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ऐसे में उन्होंने सरकार से मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले बीजेपी के केंद्र से लेकर राज्य स्तर के नेताओं ने हमेशा पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को पाक साफ बताया, लेकिन लगातार परत दर परत घोटाले सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग में भी बड़े घोटाले की पुष्टि हुई है. इसकी जांच होगी तो पर्दे के पीछे छिपे हुए घोटालेबाजों का खुलासा होगा.
120 उपकरण के जगह 351 उकरण खरीदे गए
कांग्रेस ने सीएजी रिपोर्ट के हवाले से बताया कि उपकरणों की खरीदारी 32 प्रतिशत अधिक मूल्य पर किए जाने की अनियमितता सामने आई है. इससे सरकार को लगभग 30 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. सीएजी के रिपोर्ट के अनुसार 2014-15 से 2018-19 की अवधि में कुल 196.88 करोड़ रुपए के बजट में डेंटल कॉलेज के लिए मात्र 5 करोड़ रुपए का बजट रिम्स शासी परिषद से स्वीकृत था. लेकिन बजट से कई गुना अधिक का सामान खरीदा गया और दुबारा राशि स्वीकृत करवा कर मशीन की खरीदारी की गई. 120 उपकरणों की जगह अधिक खर्च कर 351 उपकरण खरीदे गए.