रांचीः राज्यसभा चुनाव में जेएमएम के प्रत्याशी देने पर कांग्रेस में नाराजगी है. इसको लेकर झारखंड कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय आज रांची पहुंचे हैं. वो इस मुद्दे को लेकर समन्वय समिति और विधायक दल के साथ चर्चा करेंगे. वो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मिलने की कोशिश करेंगे. इससे पहले उन्होंने सोमवार को दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी.
झारखंड कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे सोनिया गांधी से मिलकर आज रांची पहुंचे हैं. आज वो समन्वय समिति और विधायक दल के साथ बैठक करेंगे. जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी. वहीं वो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात की कोशिश करेंगे. जिससे कि वो मौजूदा परिस्थितियों के बारे में उनसे चर्चा कर सकें.
वहीं इस मुद्दे पर सोमवार शाम कांग्रेस महासचिव और झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले और इस मुद्दे पर दोनों के बीच लगभग एक घंटे तक चर्चा चली. जिसके बाद पांडे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि निश्चित रूप से कांग्रेस को उम्मीद थी कि गठबंधन में रहते हुए कोई भी निर्णय सर्वसम्मति से सबके साथ चर्चा कर के लिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका है. इसलिये प्रदेश कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी है. झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने झामुमो के फैसले को दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ हुई बैठक का विरोधाभाषी फैसला बताया है. हेमंत के एकतरफा फैसले से कांग्रेस में नाराजगी है.
अविनाश पांडेय ने आगे कहा कि कांग्रेस ने अपनी भूमिका शुरू से ही स्पष्ट रखी थी की सर्वसम्मति से उम्मीदवार तय किया जाएगा. इस बाबत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी बातचीत हुई थी और पार्टी के सभी नेताओं के साथ भी चर्चा हुई थी. निश्चित रूप से संवाद का अभाव रहा है और जेएमएम की तरफ से उम्मीदवार की एकतरफा घोषणा की गई है. बता दें कि राज्यसभा का पेंच सुलझाने हेमंत सोरेन दिल्ली पहुंचे थे और शनिवार को उनकी सोनिया गांधी के साथ लगभग डेढ़ घंटे तक चर्चा चली. इसके बाद बताया जा रहा था कि दोनों नेताओं की बैठक के बाद अब गठबंधन में तनाव दूर हो गया है, लेकिन यह अब भी बरकरार है.