नई दिल्लीः झारखंड कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह (Jharkhand Congress Incharge RPN Singh) ने झारखंड कांग्रेस के विधायकों की बैठक ली. जिसमें उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की. ये बैठक उस वक्त हो रही है, जब कांग्रेस विधायकों में गुटबाजी और आपसी मतभेद की बातें सामने आईं. बैठक के बाद ईटीवी भारत (Etv Bharat) के सहयोगी से आरपीएन सिंह ने खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने दावा किया है कि झारखंड कांग्रेस में ऑल इज वेल (All is Well in Jharkhand Congress), कोई नाराज नहीं है.
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दिल्ली में आरपीएन सिंह ने कांग्रेस मुख्यालय में अपने दफ्तर में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, कांग्रेस विधायक बंधु तिर्की, प्रदीप यादव और दीपिका पांडे के साथ बैठक की है. आरपीएन सिंह ने दावा किया है कि पार्टी में सब कुछ ऑल इज वेल है, कोई भी विधायक नाराज नहीं है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में झारखंड कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने बैठक और आपसी मतभेद को लेकर कई बातें कहीं.
उन्होंने कहा कि झारखंड कांग्रेस के विधायकों के साथ मैंने आज बैठक की, विधायकों में कोई नाराजगी नहीं है, पूरी पार्टी एकजुट है, नाराजगी को लेकर जो बातें सामने आती हैं, वह पूरी तरह गलत रहती हैं. उन्होंने कहा कि जितने विधायक हमसे मिलते हैं, वह मांग करते हैं कि 20 सूत्रीय कार्यक्रम का जल्द गठन हो. मैं यह कहना चाहता हूं कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और राजद (RJD) से इस मुद्दे पर बातचीत हो रही है, जल्द इसका गठन होगा और यह लागू हो जाएगा. हम लोग भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त कर देंगे.
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इसके अलावा आरपीएन सिंह ने कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों को लेकर कहा कि कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में जो वादे किए थे उसको जल्द पूरा किया जाएगा, उस पर आज की बैठक में बातचीत हुई है. जनता को किस तरह की समस्याएं हो रही हैं और कैसे उन समस्याओं का निवारण किया जाए, इस पर भी चर्चा हुई है. झारखंड में 27% ओबीसी (27% OBC in Jharkhand) हैं, उनको जल्द आरक्षण मिले, यही हम चाहते हैं और इस दिशा में हम लोग जल्द बड़ा कदम उठाएंगे. मेनिफेस्टो (Manifesto) में हमने रोजगार देने का वादा किया था, हम लोगों को रोजगार दे रहे हैं, पर बड़े स्तर पर युवाओं को नौकरियां मिले उस पर बैठक में बात हुई है.
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कांग्रेस के भीतरखाने में है नाराजगी!
कुछ समय पहले झारखंड कांग्रेस (Jharkhand Congress) के करीब चार विधायक दिल्ली आकर प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह से मुलाकात की थी. इस बार भी करीब आधा दर्जन विधायक दिल्ली आए हुए हैं. सूत्रों के अनुसार विधायकों में नाराजगी है. दरअसल डॉ. रामेश्वर उरांव (Dr. Rameshawr Oraon) झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य सरकार में मंत्री भी हैं. उसी तरह आलमगीर आलम (Alamgir Alam) कांग्रेस विधायक दल के नेता और झारखंड सरकार में मंत्री भी हैं.
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सूत्रों के अनुसार कांग्रेस विधायक चाहते हैं कि एक व्यक्ति एक पद का नियम लागू हो और प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल का नेता किसी और को बनाया जाए. बोर्ड और निगम में भी कांग्रेसी विधायक भागीदारी चाहते हैं और 20 सूत्रीय में भी एडजस्टमेंट चाहते हैं. झारखंड मंत्रिमंडल में एक पद खाली है, जिसपर कांग्रेस विधायकों की नजर है. लेकिन आरपीएन सिंह ने कहा कि कोई भी विधायक किसी भी तरह की मांग नहीं कर रहा है. उन्होंने इस तरह की अटकलों को खारिज कर दिया. झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा कांग्रेस और राजद महागठबंधन की सरकार है. कांग्रेस के कुल 16 विधायक हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री हैं.