रांचीः गुमला पुलिस की हिरासत में कृष्णा उरांव की मौत की अब सीआईडी जांच होगी. 27 मार्च को गुमला के घाघरा के बालमित्र थाना के कक्ष में कृष्णा उरांव का शव फंदे से लटका मिला था. मामले में पुलिस पर हत्या का आरोप लगा. जिसके बाद पुलिस मुख्यालय ने पूरे मामले की जांच का जिम्मा सीआईडी को दिया है.
इसे भी पढ़ें- साइबर क्राइम पर नकेलः जांच के लिए तैनात होंगे इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी
सीआईडी ने केस किया टेकओवर
घटना के बाद कृष्णा के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट और प्रताड़ित कर हत्या करने का आरोप लगाया था. घटना के बाद घाघरा के तत्कालीन थानेदार कुंदन कुमार को एसपी हृदीप पी. जनार्दनन ने निलंबित कर दिया था. राज्य पुलिस मुख्यालय ने मामले में सीआईडी से निष्पक्ष जांच के आदेश दिए थे, जिसके बाद सीआईडी ने केस को टेकओवर कर लिया है.
क्या है मामला
गुमला के घाघरा के घाघरापाठ में 21 अप्रैल को पांच वर्षीय अनुज उरांव की हत्या कर शव को तालाब के किनारे फेंक दिया गया था. अनुज की हत्या के बाद शव को पत्थर से ढक दिया गया था. घटना के बाद अनुज की मां के बयान पर तीन लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई. पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, इसके बाद छोड़ दिया.
27 अप्रैल को कृष्णा को हिरासत में लिया गया. पुलिस ने बाल मित्र थाना के कार्यालय में कृष्णा से पूछताछ की, इसके बाद उसे बाहर से बंद कर अधिकारी चले गए. लौटने के बाद उसी शाम अधिकारियों ने पाया कि कृष्णा ने खिड़की के सहारे अपने गमछा से फांसी लगा दी है. घटना के बाद परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाए थे.