रांचीः झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है. यह सत्र 22 दिसंबर तक चलेगा. कुल 5 कार्यदिवस होंगे. शुक्रवार को सदन में 2021-22 का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा. 20 दिसंबर को इस पर चर्चा की जाएगी. सत्र के दौरान जहां सत्ता पक्ष का ध्यान सदन को सुचारू रूप से चलाने पर होगा. वहीं विपक्ष जनसरोकार से जुड़े मुद्दो को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी मे है.
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बता दें कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले बुधवार रात कांग्रेस विधायक अनूप सिंह के आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. इसमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, उपनेता और विधायक प्रदीप यादव सहित कई विधायकों ने भाजपा के वार से निपटने के लिए जवाबों पर मंथन किया. बैठक में कांग्रेस विधायकों ने भाजपा-आजसू द्वारा सरकार को घेरने की हर रणनीति को विफल करने की योजना बनाई.
'ऐसे मुद्दे न उठाएं जो विपक्ष को मौका दे'
बैठक में यह रणनीति बनी कि भाजपा को सदन के अंदर आक्रामक रूप से जवाब दिया जाए. कांग्रेस के विधायक जनसरोकार के मुद्दे जरूर सदन में उठाएं पर वैसे विषयों से परहेज करें जो विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका दें. बैठक में पहली बार कांग्रेस विधायक दल के उपनेता बने प्रदीप यादव और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम का स्वागत प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने किया.
उपलब्धियां बताने पर जोर
बैठक में इस बात की भी सहमति बनी कि दो साल में हेमंत सोरेन की सरकार ने कोरोना महामारी में जिस तरह जनता के हित की रक्षा की, योजनाएं बनाईं और जनता की मदद की, कोरोना को कुशलता के साथ संभाला, इसे हर कांग्रेसी विधायक एक उपलब्धि की तरह जनता और मीडिया को बताए.
उधर झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र को लेकर प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी ने भी पार्टी प्रदेश कार्यालय में बुधवार देर शाम बैठक की. विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के रुख से स्पष्ट हो गया है कि शीतकालीन सत्र गर्माहट भरी होगी. बीजेपी प्रदेश कार्यालय में देर शाम तक बनी रणनीति में विधायक सरकार को घेरने के मुद्दों को लेकर चर्चा हुई. इस बैठक में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह, भाजपा विधायक सी पी सिंह, भानू प्रताप शाही, नवीन जायसवाल, बिरंची नारायण, नीरा यादव, अर्पणा सेनगुप्ता मौजूद रहे.
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बीजेपी सरकार से मांगेगी जवाब
बीजेपी विधायक दल की बैठक में तय हुआ कि जेपीएससी के मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगने के लिए भाजपा विधायक शीतकालीन सत्र के पहले दिन से दवाब बनाएंगे. आज सदन की कार्यवाही के दौरान भाजपा विधायक जेपीएससी सातवीं से दशवीं सिविल सेवा पीटी परीक्षा को रद्द कर इसमें हुई गड़बड़ी की जांच सीबीआई से कराने की मांग सदन में करेंगे. भाजपा विधायक दल की बैठक में हुए निर्णय की जानकारी देते हुए विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि जेपीएससी के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी को बर्खास्त कर नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने की मांग सदन में की जाएगी. इसके अलावा सरकार से विधानसभा में नमाज कक्ष आवंटन, विभिन्न विभागों में फैले भ्रष्टाचार, नियोजन नीति, महिला उत्पीड़न और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दे पर बीजेपी जनता की आवाज बनकर सरकार से जवाब मांगेगी. विधायक भानू प्रताप शाही ने कहा कि अगर सरकार समुचित जवाब देती है तो सदन जरूर चलेगा.