रांची: प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद सकते में है. दरअसल, पार्टी झारखंड विधानसभा में प्रमुख विपक्षी दल के रूप में उभरी है. लेकिन अभी तक सदन में नेता प्रतिपक्ष के नाम पर सहमति नहीं बनी है. वहीं दूसरी तरफ नतीजों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है, लेकिन अभी तक प्रदेश अध्यक्ष को लेकर तस्वीर धुंधली पड़ी है.
प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा
हालांकि, झारखंड विधानसभा के नतीजों पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली में साफ कहा कि बीजेपी का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा. उन्होंने कहा कि इसको लेकर मंथन किया जाएगा और पार्टी उन विषयों की चर्चा करेगी जिसकी वजह से बीजेपी को झारखंड में शिकस्त झेलनी पड़ी.
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बीजेपी में फिलहाल है खामोशी
चुनाव के नतीजों के बाद से पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में फिलहाल शांति का माहौल है. हालांकि, प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह के पास पार्टी के उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा और महामंत्री दीपक प्रकाश बैठ कर अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं. अंदरूनी सूत्रों की माने तो जल्द ही नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर लगेगी.
6 जनवरी से है विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र
झारखंड विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र 6 जनवरी से शुरू हो रहा है और 8 जनवरी तक चलेगा. इस दौरान नए विधायकों का शपथ ग्रहण होना है, राज्यपाल का अभिभाषण होगा. साथ ही द्वितीय अनुपूरक के व्यापारिक विवरणी भी सदन के पटल पर रखी जाएगी. राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और अनुपूरक व्यय विवरणी पर सामान्य वाद विवाद भी होना है.
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विपक्ष में बैठेगी बीजेपी और आजसू पार्टी
मौजूदा आंकड़ों के हिसाब से झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद के महागठबंधन को झारखंड विधानसभा की 81 में से 47 सीटें हासिल हुई हैं. जबकि बीजेपी 25 विधायकों के साथ प्रमुख विपक्षी दल के रूप में उभरी है. साथ ही आजसू पार्टी के दो विधायक भी विपक्ष में बैठेंगे.