रांचीः मंगलवार को झारखंड में पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद स्वास्थ विभाग ने अपनी तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी है. इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए राज्य भर में 17 हॉस्पिटलों को चिन्हित किया है, जिसमें 1,239 नॉन आईसीयू बेड और 200 आईसीयू बेड बनाए गए हैं.
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इन अस्पतालों में होगा कोरोना के मरीजों का इलाज
रामगढ़ का सीसीएल अस्पताल, जिसमें 135 बेड की व्यवस्था की गई है
- बोकारो का बीजीएच अस्पताल, जिसमें 111 बेड की व्यवस्था की गई है
- बोकारो का केईएम मेमोरियल अस्पताल, जिसमें 60 बेड की व्यवस्था की गई है.
- धनबाद का बीसीसीएल अस्पताल, जिसमें 110 बेड की व्यवस्था की गई है.
- जमशेदपुर का टीएमएच अस्पताल, जिसमें 167 बेड की व्यवस्था की गई है.
- जमशेदपुर का उमा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, जिसमें 108 बेडों की व्यवस्था की गई है.
- देवघर का मां ललिता अस्पताल, जिसमें 320 बेडों की व्यवस्था की गई है.
- गढ़वा का ज्योति अस्पताल, जिसमें 24 बेड लगाए गए हैं.
- कोडरमा का होली फैमिली अस्पताल, जिसमें 110 बेड की व्यवस्था की गई है.
- लोहरदगा का कल्याण अस्पताल, जिसमें 55 बेड की व्यवस्था की गई है.
- हजारीबाग का आरोग्यम स्पेशलिटी अस्पताल, जिसमें 60 बेड का इंतजाम किया गया है.
- हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में 31 और दुमका मेडिकल कॉलेज में 75 बेड के इंतजाम किए गए हैं.
- सिमडेगा का शांति भवन मेडिकल सेंटर, जिसमें 32 बेड की व्यवस्था की गई है.
- गुमला के सदर अस्पताल में 45 बेड कोरोना के मरीज के इलाज के लिए लगाई गई है
वहीं, राज्य के सभी जिलों के डीसी और सिविल सर्जनों को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने निर्देश दिया कि इन सभी हॉस्पिटलों को अपने अधीन लेकर तैयारी पूरी करें, ताकि भविष्य में अगर राज्य के विभिन्न जिलों में कोरोना के पॉजिटिव मरीज पाए जाते हैं तो उन्हें त्वरित इलाज के लिए इन अस्पतालों में भर्ती कराया जा सकता है.