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लालू यादव के कथित फोन कॉल पर जेल प्रशासन ने सौंपी रिपोर्ट, कटघरे में सुरक्षा अधिकारी

पिछले दिनों कथित तौर पर लालू यादव की एक ऑडियो बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम ने सोशल मीडिया में शेयर किया. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि लालू यादव जेल से बिहार की सरकार को गिराने की साजिश रच रहे हैं. इस मामले में जेल प्रशासन ने अपनी जांच रिपोर्ट रांची के उपायुक्त छवि रंजन को सौंप दी है.

Jail administration submitted report to Ranchi DC on lalu
लालू यादव
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Published : Nov 28, 2020, 9:04 PM IST

रांची: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव के मोबाइल पर बातचीत प्रकरण में पूरा ठीकरा रांची पुलिस पर फूट रहा है. जेल प्रशासन ने अपनी जांच रिपोर्ट रांची के उपायुक्त छवि रंजन को सौंप दी है.

क्या है रिपोर्ट में
मिली जानकारी के अनुसार, रिपोर्ट में रांची पुलिस के जवान और तैनात सुरक्षा अधिकारी कटघरे में हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि सुरक्षा में तैनात जवानों की लापरवाही से ही संभवतः मोबाइल लालू तक प्रवेश किया हो और लालू ने संभवत बात की हो. हालांकि, जांच रिपोर्ट में मोबाइल पर बातचीत करने की बात स्पष्ट तौर पर नहीं कहा गया है. संभावना व्यक्त करते हुए मोबाइल पर बातचीत की ओर इंगित की गई है. डीसी के निर्देश के बाद जेल प्रशासन ने लालू यादव के बिहार के पीरपैंती विधायक ललन पासवान से बातचीत से संबंधित मामले की जांच की है. इस जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि केली बंगले में लालू की सुरक्षा में तैनात किए गए रांची पुलिस के जवानों की ठीक ढंग से तलाशी नहीं लिए जाने की वजह से उनके सेवादारों या अन्य लोगों के माध्यम से लालू तक मोबाइल संभवत पहुंची हो. जिससे लालू ने अन्यत्र बात की हो. रिपोर्ट के बाबत रांची के डीसी लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की अनुशंसा कर सकते हैं. इस पूरे प्रकरण में जेल एआईजी ने कहा था कि लालू की सुरक्षा में जेल से संबंधित जवान नहीं बल्कि रांची पुलिस के जवान तैनात थे. चूंकि जेल मैनुअल के अनुसार जेल से बाहर की सुरक्षा का जिम्मा जिला प्रशासन और जिला पुलिस की होती है.

ये भी पढ़ें: देश का इकोनॉमी ग्रोथ रेट माइनस 7.5 फीसदी, आधिकारिक रूप से मंदी में प्रवेश कर गयी भारतीय अर्थव्यवस्था: रामेश्वर उरांव

रांची पुलिस भी कर रही पूरे मामले की जांच
लालू से मोबाइल पर बातचीत प्रकरण में रांची पुलिस भी अपने स्तर से जांच कर रही है. रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा पूरे मामले की जांच करवा रहे हैं. रांची पुलिस की ओर से जेल आईजी को पूरे मामले की रिपोर्ट सौंपी जाएगी. हालांकि रांची पुलिस की जांच अभी पूरी नहीं हुई है.

इधर, रांची पुलिस ऑडियो की कराएगी फोरेंसिक जांच
मोबाइल पर बातचीत प्रकरण में रांची पुलिस भी जांच में जुट गई है. बरियातू थाने में एफआईआर के लिए आवेदन मिलने के बाद संबंधित ऑडियो की फोरेंसिक जांच की तैयारी है. लालू प्रसाद के खिलाफ आवेदन पुंदाग के रहने वाले भाजपा नेता अनुरंजन अशोक ने दिया है. जिसमें आरोप लगाया है कि भाजपा के पीरपैंती विधायक ललन पासवान को लालू जेल से फोन पर बातचीत की है. जिसमें बिहार विधानसभा में अध्यक्ष के होने वाले चुनाव में पार्टी के विरुद्ध जाकर विपक्ष को सहयोग करने के लिए चुनाव के क्रम में अनुपस्थित रहने के लिए प्रलोभन देने का आरोप लगाया है. अनुरंजन अशोक के द्वारा दिए गए आवेदन में यह भी कहा गया है कि लालू प्रसाद यादव ने भरपूर सहयोग करने का अनुरोध किया है. अनुपस्थित रहने के लिए कोरोना संक्रमित होने का बहाना बनाने का सुझाव भी दिया है. इसके बदले लालू प्रसाद यादव ने मंत्री पद देने का लालच दिया है, सारी बात रिकॉर्डेड रहने के बाद का एक ऑडियो क्लिप भी पेन ड्राइव में दिया है. मामले में आवेदन देने के बाद रांची पुलिस ने विधि सम्मत कार्रवाई की बात कही है.

रांची: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव के मोबाइल पर बातचीत प्रकरण में पूरा ठीकरा रांची पुलिस पर फूट रहा है. जेल प्रशासन ने अपनी जांच रिपोर्ट रांची के उपायुक्त छवि रंजन को सौंप दी है.

क्या है रिपोर्ट में
मिली जानकारी के अनुसार, रिपोर्ट में रांची पुलिस के जवान और तैनात सुरक्षा अधिकारी कटघरे में हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि सुरक्षा में तैनात जवानों की लापरवाही से ही संभवतः मोबाइल लालू तक प्रवेश किया हो और लालू ने संभवत बात की हो. हालांकि, जांच रिपोर्ट में मोबाइल पर बातचीत करने की बात स्पष्ट तौर पर नहीं कहा गया है. संभावना व्यक्त करते हुए मोबाइल पर बातचीत की ओर इंगित की गई है. डीसी के निर्देश के बाद जेल प्रशासन ने लालू यादव के बिहार के पीरपैंती विधायक ललन पासवान से बातचीत से संबंधित मामले की जांच की है. इस जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि केली बंगले में लालू की सुरक्षा में तैनात किए गए रांची पुलिस के जवानों की ठीक ढंग से तलाशी नहीं लिए जाने की वजह से उनके सेवादारों या अन्य लोगों के माध्यम से लालू तक मोबाइल संभवत पहुंची हो. जिससे लालू ने अन्यत्र बात की हो. रिपोर्ट के बाबत रांची के डीसी लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की अनुशंसा कर सकते हैं. इस पूरे प्रकरण में जेल एआईजी ने कहा था कि लालू की सुरक्षा में जेल से संबंधित जवान नहीं बल्कि रांची पुलिस के जवान तैनात थे. चूंकि जेल मैनुअल के अनुसार जेल से बाहर की सुरक्षा का जिम्मा जिला प्रशासन और जिला पुलिस की होती है.

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रांची पुलिस भी कर रही पूरे मामले की जांच
लालू से मोबाइल पर बातचीत प्रकरण में रांची पुलिस भी अपने स्तर से जांच कर रही है. रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा पूरे मामले की जांच करवा रहे हैं. रांची पुलिस की ओर से जेल आईजी को पूरे मामले की रिपोर्ट सौंपी जाएगी. हालांकि रांची पुलिस की जांच अभी पूरी नहीं हुई है.

इधर, रांची पुलिस ऑडियो की कराएगी फोरेंसिक जांच
मोबाइल पर बातचीत प्रकरण में रांची पुलिस भी जांच में जुट गई है. बरियातू थाने में एफआईआर के लिए आवेदन मिलने के बाद संबंधित ऑडियो की फोरेंसिक जांच की तैयारी है. लालू प्रसाद के खिलाफ आवेदन पुंदाग के रहने वाले भाजपा नेता अनुरंजन अशोक ने दिया है. जिसमें आरोप लगाया है कि भाजपा के पीरपैंती विधायक ललन पासवान को लालू जेल से फोन पर बातचीत की है. जिसमें बिहार विधानसभा में अध्यक्ष के होने वाले चुनाव में पार्टी के विरुद्ध जाकर विपक्ष को सहयोग करने के लिए चुनाव के क्रम में अनुपस्थित रहने के लिए प्रलोभन देने का आरोप लगाया है. अनुरंजन अशोक के द्वारा दिए गए आवेदन में यह भी कहा गया है कि लालू प्रसाद यादव ने भरपूर सहयोग करने का अनुरोध किया है. अनुपस्थित रहने के लिए कोरोना संक्रमित होने का बहाना बनाने का सुझाव भी दिया है. इसके बदले लालू प्रसाद यादव ने मंत्री पद देने का लालच दिया है, सारी बात रिकॉर्डेड रहने के बाद का एक ऑडियो क्लिप भी पेन ड्राइव में दिया है. मामले में आवेदन देने के बाद रांची पुलिस ने विधि सम्मत कार्रवाई की बात कही है.

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