रांचीः झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मैट्रिक, इंटर कला विज्ञान और वाणिज्य की परीक्षा की तारीख की घोषणा कर दी है. परीक्षा 11 फरवरी से 18 फरवरी तक संचालित होगी. परीक्षा को लेकर जैक ने तमाम तैयारियां पूरी कर ली है. मैट्रिक परीक्षा को लेकर जहां 951 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. वहीं, इंटरमीडिएट के लिए 471 परीक्षा केंद्र बनाए गये हैं.
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कदाचार मुक्त परीक्षा हो इसे लेकर तमाम परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. इस मामले पर ईटीवी भारत की टीम ने जैक अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह से खास बातचीत की. इस दौरान अध्यक्ष ने और भी कई जानकारियां दी.
गौरतलब है कि पिछले साल 2019 में मैट्रिक परीक्षा में 4 लाख 40 हजार 892 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. वहीं, इंटर में 3 लाख 14 हजार 832 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इस साल 2020 के मैट्रिक परीक्षा में कुल 3 लाख 87 हजार परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं, जबकि इंटरमीडिएट में 2 लाख 34 हजार 363 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे.
एडमिट कार्ड जारी
तमाम परीक्षार्थियों को जैक प्रबंधन ने एडमिट कार्ड निर्गत करा दिया है. प्रैक्टिकल की सामग्री भी सभी परीक्षा केंद्रों पर भेज दी गई है. जानकारी के अनुसार 27 जनवरी से ही प्रैक्टिकल की परीक्षा संचालित हो रही है और यह प्रैक्टिकल की परीक्षा 8 फरवरी तक संचालित होगी. 8 फरवरी को प्रैक्टिकल परीक्षा समाप्त हो जाएगी और 11 फरवरी से 28 फरवरी तक इंटरमीडिएट और मैट्रिक की परीक्षा शुरू हो जाएगी.
सीसीटीवी की निगरानी में होगी परीक्षा
जैक अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह ने कहा कि झारखंड में हमेशा ही कदाचार मुक्त परीक्षा होती आई है. इसे और बेहतर करने के लिए तमाम परीक्षा केंद्रों के अंदर जैक ने सीसीटीवी कैमरा लगा दिया है. सीसीटीवी कैमरा की निगरानी में दोनों परीक्षाएं संचालित होगी. पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट के अलावा स्ट्रैटेजिक मैजिस्ट्रेट की भी व्यवस्था की गई है. तमाम जिला शिक्षा पदाधिकारियों को इन दोनों परीक्षाओं को लेकर विशेष गाइडलाइन भी जारी कर दिया गया है.
जैक अध्यक्ष की अभिभावकों से अपील
जैक अध्यक्ष ने तमाम अभिभावकों से अपील किया है कि बच्चों पर मनोवैज्ञानिक दबाव ना बनाएं. बच्चे जिस विषय में अच्छा करते हैं उसी विषय में फोकस उन्हें करने दिया जाए. उन्होंने कहा कि बेवजह दबाव बनाने से परीक्षा फल सही नहीं होता है और इसका सीधा असर बच्चों पर पड़ता है. इसलिए अभिभावकों को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है.