रांची: साल 2017 में आरयू के रांची कॉलेज से अलग होकर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय बना. इन 2 सालों में डीएसपीएमयू द्वारा सामाजिक कार्यों के अलावा विद्यार्थियों की पढ़ाई से जुड़े कई बेहतरीन काम किए गए हैं. इसको लेकर डीएसपीएमयू के जियोग्राफी विभाग द्वारा एक बेहतरीन काम किया जा रहा है. इस विभाग ने डाटा एनालिसिस कर ट्रैफिक मैनेजमेंट सुधारने की पहल की है. इसके तहत विभाग द्वारा जियोग्राफिकल इनफॉरमेशन सिस्टम डेवलप किया गया है.
डीएसपीएमयू के ज्योग्रॉफी डिपार्टमेंट के प्रोफेसरों का कहना है कि जीआईएस के जरिए ट्रैफिक मैनेजमेंट किया जा सकता है. राजधानी रांची की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए यह सिस्टम काफी सही साबित होगा. हालांकि, इससे पहले ऑन द स्पॉट जाकर रिसर्च करने की जरूरत है. उसके बाद गूगल मैप के आलावा इसरो से भी डेटा लेकर संबंधित विभाग को जीआईएस अलर्ट करता है. लाइव अपडेट के लिए प्राइमरी डेटा को जनरेट करना पड़ेगा और इसके लिए ऑन द स्पॉट सर्वे जरूरी है.
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हालांकि, सेकेंडरी डेटा उपलब्ध है. विभाग इसे लेकर लगातार रिसर्च कर रहा है. इस तकनीक के माध्यम से महीने में एक बार ट्रैफिक व्यवस्था का नया प्लान दिया जा सकता है. जीआईएस टेक्नॉलॉजी बेतरतीब ट्रैफिक स्पॉट, एक्सीडेंटल प्वॉइंट, लोगों के अधिक मूवमेंट की जगह का पता लगाता है. इसे मैनेज करने के लिए यह सिस्टम काफी सहयोग कर सकता है. इसकी सही जानकारी संबंधित विभाग को उपलब्ध कराने के बाद विभाग अपने स्तर पर कार्रवाई कर सकते हैं. जीआईएस रिमोट सिस्टम द्वारा अधिक ट्रैफिक वाले स्थानों का रियल टाइम डेटा एनालिसिस किया जा सकता है.