रांचीः झारखंड में पहली बार अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया है. दो दिवसीय इस आयोजन में 27 राज्यों और सभी केंद्र शासित प्रदेशों के राष्ट्रीय सदस्यों के अलावा विश्व के 6 देशों के शिक्षाविद शामिल हुए हैं. इस कॉन्फ्रेंस में प्राथमिक शिक्षकों की परेशानियों के अलावा भारत के प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष रूप से चर्चा हो रही है.
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इस कॉन्फ्रेंस में देश के 27 राज्यों और सभी केंद्र शासित प्रदेशों के राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी शामिल हुए हैं. वहीं, जापान, ऑस्ट्रेलिया, स्वीडन, कनाडा, बेल्जियम और मलेशिया के शिक्षा विद भी पहुंच रहे हैं. इस कार्यक्रम के दौरान देश के सभी बच्चों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना, नई शिक्षा नीति में व्यवहारिक और नैतिक शिक्षा का समावेश कराना, शिक्षा में विकास और पर्यावरण की चुनौतियों के बीच समन्वय पर जोर और शिक्षकों की सेवा शर्त सहित समस्याओं पर विशेष रूप से चर्चा की जा रही है. इस कार्यक्रम के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्य सरकार के पूर्व मंत्री सीपी सिंह के अलावा और भी कई शिक्षाविद और विभिन्न प्राथमिक स्कूलों के शिक्षक भी शामिल हुए.
बता दें कि भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्राथमिक शिक्षक संघ के साथ मिलकर प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने का काम करती है. इस बार झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के आग्रह पर यह कॉन्फ्रेंस राजधानी रांची में आयोजित की जा रही है.
शिक्षाविदों की मानें तो यह कार्यक्रम कई मायनों में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को सुधार करने को लेकर मील का पत्थर साबित होगा. अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ प्राथमिक शिक्षकों की समस्याओं को लेकर दिल्ली में संसद भवन के समीप एक फरवरी से 27 फरवरी तक सात दिवसीय धरना का आयोजन करेगी. इसे लेकर भी इस कांफ्रेंस के दौरान रणनीति बनाई जा रही है.