रांची: सड़क हादसे और तेज रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए रांची पुलिस ने 30-30 लाख रुपए कीमत के दो इंटरसेप्टर खरीदे थे. पूरे तामझाम के साथ 3 वर्ष पहले इंटरसेप्टर को तत्कालीन एसएसपी और ट्रैफिक एसपी ने हरी झंडी दिखाकर राजधानी में तैनात किया था. लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि रांची पुलिस के दोनों इंटरसेप्टर के सभी उपकरण पिछले छह महीने से खराब हैं. इंटरसेप्टर के स्पीड गन और दूसरे उपकरण खराब होने की वजह से तेज रफ्तार पर लगाम लगाने में पुलिस को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. पिछले छह महीने से रैश ड्राइविंग और ओवर स्पीड को लेकर ट्रैफिक चालान भी नहीं कट पा रहा है.
2018 में हुई थी खरीद
2018 में ट्रैफिक पुलिस ने लगभग तीस लाख रुपए कीमत की इंटरसेप्टर व्हीकल को राजधानी में लांच किया था, एक बड़ी कार में अत्याधुनिक मशीनों से लैस व्हीकल न केवल हाई स्पीड पर कंट्रोल करता था, बल्कि ऑन लाइन चालान भी काटता था. इस अत्याधुनिक वाहन में स्पीड मीटर, ब्रिथएनेलाइजर, कैमरा और कंप्यूटर सिस्टम सब कुछ लगा हुआ था. लेकिन आज वही इंटरसेप्टर हाथी का दांत बना हुआ है. इसके उपकरण खराब हो चुके हैं जिसकी वजह से यह एक मामूली पुलिस वाहन बनकर रह गया है. अब पुलिस वाले इससे राजधानी में गश्त करते हुए नजर आते हैं.
क्या है खराबी
मिली जानकारी के अनुसार इंटरसेप्टर पिछले छह महीने से खराब पड़ा हुआ है, दरअसल दिल्ली के जिस कंपनी से इंटरसेप्टर में लगे उपकरणों के रखरखाव को लेकर करार हुआ था. वह काफी पहले ही खत्म हो चुका है, ऐसे में जब उपकरण खराब हुए तब कंपनी ने अपने हाथ खड़े कर दिए.
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नए साल-क्रिसमस पर नहीं कटेगा चालान
आने वाले दिनों में क्रिसमस और नए साल का आगाज होने वाला है इस दौरान शराब पीकर अक्सर कई लोग हुड़दंग मचाते हैं और तेज स्पीड में वाहन चलाते हैं. अब क्योंकि रांची पुलिस के पास फिलहाल ना तो स्पीड गन है और ना ही इंटरसेप्टर. ऐसे में अगर नए साल या फिर क्रिसमस के अवसर पर कोई तेज स्पीड वाहन चलाकर गुजरता भी है तो उसका चालान नहीं कट पाएगा.
बेहतरीन काम कर रहा था इंटरसेप्टर
सड़क दुर्घटनाओं की मुख्य वजह वाहनों की ओवरस्पीडिंग होती है जिसके कारण गति को रोकने यातायात पुलिस का यह इंटरसेप्टर वाहन काम आ रहा था, अगर किसी भी वाहन की रफ्तार 50 किमीप्रति घंटे से ऊपर जाती थी तो इंटरसेप्टर में लगा कैमरा उसे पकड़ लेता था. क्योंकि इंटरसेप्टर व्हीकल में लगी लेजर स्पीड गन 300 से 500 मीटर के दायरे तक रफ्तार से आ रही गाड़ी की गति को रिकार्ड कर लेती. सबसे मुख्य बात यह है कि मशीन रात में भी काम करती थी. लेकिन अब चुकी इंटरसेप्टर ही खराब पड़ा है ऐसे में राजधानी में स्पीड पर ब्रेक लगाना रांची पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है.
कंपनी से हो रही है बातचीत
पूरे मामले को लेकर जब रांची के प्रभारी ट्रैफिक एसपी सौरभ से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कुछ टेक्निकल खराबी इंटरसेप्टर में आ गई है, जिसके वजह से उसमें रखे गए उपकरण काम नहीं कर रहे हैं. उसे ठीक करवाने का प्रयास किया जा रहा है वहीं स्पीड को नापने के लिए और रफ्तार पर काबू पाने के लिए स्पीड दिन कैमरे की खरीद की जा रही है जो जल्द ही रांची पहुंच जाएगा.