रांची: मोरहाबादी के लाल कोठी में ससुरालवालों ने एक महिला को पिछले छह महीने से कैद कर रखा था. इसकी सूचना राज्य महिला आयोग को मिली तो उन्होंने मामले पर संज्ञान लेते हुए पीड़िता के घर पर अपनी टीम के साथ छापा मारा.
महिला आयोग ने लिया संज्ञान
जहां महिला आयोग की टीम ने देखा कि ससुरालवालों की तरफ से पीड़िता को एक कमरे में पिछले 6 महीने से बंद कर दिया गया है और उसे किसी से भी संपर्क नहीं करने दिया जा रहा है. महिला आयोग की टीम ने बुधवार को पीड़ित महिला को ससुरालवालों की कैद से आजाद कराकर कार्रवाई करने की बात कही.
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शादी के पांच दिन बाद ही पति से किया अलग
पीड़ित महिला ने बताया कि दहेज को लेकर सास की तरफ से ताने दिए जाते थे और पति से दूर रहने और मायके जाने की धमकी दी जाती थी. इसको लेकर महिला आयोग की अध्यक्ष कल्याणी शरण ने कहा कि महिला आयोग की टीम ने जांच में यह पाया कि पीड़ित महिला की शादी 2018 में विनीत मिश्रा नाम के शख्स से हुई थी. लेकिन शादी के मात्र 5 दिन के बाद ही उसे अपने पति से अलग रखा जा रहा था और ससुरालवालों की तरफ से यह ताना दिया जा रहा था कि वह उस लड़के के लायक नहीं है.
ससुराल पक्ष को कोर्ट में आने का आदेश
ये बात जब लड़की के परिवारवालों को पता चला तो उन्होंने महिला आयोग का सहारा लिया. इस पर महिला आयोग ने त्वरित संज्ञान लेते हुए पूरे मामले पर कार्रवाई करने की बात कही. साथ ही उन्होंने आगामी 18 सितंबर को ससुरालवाले को कोर्ट में आने का आदेश दिया.
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ससुराल पक्ष को हिदायत
फिलहाल, महिला को आयोग की निगरानी में ससुराल में ही रखा गया है. साथ ही ससुराल पक्ष को हिदायत दी गई है कि अगर महिला के साथ किसी तरह की कोई दुर्व्यवहार होती है तो आयोग सख्त कार्रवाई करेगा.