रांची: राजधानी में सिविल कोर्ट के सैकड़ों अधिवक्ताओं की कुर्सी अब खतरे में है. रांची जिला बार एसोसिएशन से निबंधन कराए बगैर प्रैक्टिस कर रहे हैं अधिवक्ताओ को कुर्सी से बेदखल होना पड़ेगा. ऐसे अधिवक्ताओं को हटाने के लिए रांची जिला बार एसोसिएशन ने कवायद शुरू कर दी है. बार एसोसिएशन के इस फैसले से 600 से ज्यादा अधिवक्ताओं पर गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है.
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दूसरे पेशा से जुड़ गए हैं अधिवक्ता: खबर के अनुसार रांची जिला बार एसोसिएशन से निबंधित अधिवक्ताओं की संख्या 4500 है. इनमें से सर्वाधिक अधिवक्ता वकालत छोड़ अन्य दूसरे पेशा से जुड़ गए हैं और रांची जिला बार एसोसिएशन के तमाम सुख सुविधा का लाभ ले रहे हैं. कई अधिवक्ता ऐसे हैं जिन्होंने दो दो चेंबर रखा ले रखा है. रांची जिला बार एसोसिएशन के सचिव संजय कुमार विद्रोही ने बताया कि ऐसे रजिस्टर्ड अधिवक्ता जो रेगुलर प्रैक्टिस कर रहे हैं इसके बावजूद उन्हें बैठने के लिए टेबल कुर्सी कई सालों से नहीं मिला है. लिहाजा रांची जिला बार एसोसिएशन अधिवक्ताओं का सत्यापन कर रही है. सत्यापन में सही पाए जाने वाले अधिवक्ताओं को ही समुचित और उचित लाभ मिलेगा .बाकी की सभी सुख सुविधाएं खत्म की जाएगी. बार एसोसिएशन द्वारा की जा रही सत्यापन आंकड़ों के मुताबिक लगभग 600 से 700 अधिवक्ता ऐसे हैं जिनकी सुख सुविधा खत्म होने वाली है.