रांची: कोरोना की संभावित तीसरी लहर (Third wave of Corona)को लेकर विशेषज्ञ आशंका जता रहे हैं कि इस लहर के केंद्र में बच्चे होंगे. तीसरी लहर को लेकर यह अनुमान कई शोध के आधार पर लगाया जा रहा है. इसी को देखते हुए ICMR की 16 सदस्यीय टीम झारखंड के तीन जिलों में बच्चों की जांच करेगी और जरूरी आंकड़े जुटाएगी. इन आकंड़ों से ये जानना आसान हो जाएगा कि तीसरी लहर में बच्चे कितने प्रभावित हो सकते है.
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झारखंड में कितने बच्चे हो चुके हैं कोरोना संक्रमित
WHO और देश के पांच बड़े मेडिकल संस्थान की ओर से अलग-अलग राज्यों में कराए सीरो सर्वे के नतीजे बताते हैं कि करीब 55 % बच्चे कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इस पर झारखंड में वास्तविक स्थिति क्या है, इसके लिए राज्य स्तर पर ICMR और स्वास्थ्य विभाग मिलकर सिरो सर्वे करना शुरू कर दिया है. ICMR की 16 सदस्यीय टीम लातेहार, सिमडेगा और पाकुड़ जिले में सैंपल लेकर उसमें जांच करेगी कि उसमे एंटीबाडी बनी है या नहीं. अगर बड़ी संख्या में लोगों और खासकर 18 वर्ष से नीचे के बच्चों में कोरोना वायरस के खिलाफ शरीर मे एंटीबाडी मिलता तो इसका यह अर्थ निकलेगा कि बिना कोई लक्षण आए राज्य में बड़ी संख्या में 18 साल से कम उम्र के बच्चे भी संक्रमित हुए हैं. ऐसे में इस उम्र के लोगों में तीसरी लहर के दौरान संक्रमण का खतरा कम हो जाता है.
03 जिले में 30 जून तक लिए जाएंगे सैंपल
राज्य के तीन जिले लातेहार, सिमडेगा और पाकुड़ में 400 सैंपल लिए जाएंगे. जिसमें 6-18 वर्ष, 18 से 29 वर्ष और 29 वर्ष से ऊपर के उम्र समूह में विभक्त कर सैंपल लिए जाएंगे. वहीं तीनों जिलों के सदर अस्पताल के फ्रंट लाइन वर्कर, डॉक्टर, नर्सो के साथ-साथ कम्युनिटी से भी सैंपल लिया जाएगा.