रांची: होमगार्ड जवानों को काम के बावजूद नियमित भत्ते नहीं मिल रहे हैं. राज्य के अधिकांश सदर अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात जवानों को कई महीनों से वेतन नहीं मिला है.
क्या है पूरा मामला
होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव राजीव कुमार तिवारी के मुताबिक, वेतन के मामले में उन्होंने पूर्व में ट्वीट किया था, जिसके बाद मार्च और अप्रैल महीने का वेतन दिया गया. लेकिन उससे पूर्व और बाद के महीनों का भुगतान अब तक लंबित है. शुक्रवार को होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल होमगार्ड मुख्यालय गया था. जहां बकाया भत्तों को जल्द भुगतान करने की मांग की गई. गिरिडीह जिले में 56 होमगार्ड जवानों को वहां के सिविल सर्जन के यहां से पैसा नहीं मिला है. इस मामले में जिले के होमगार्ड कमांडेंट ने सिविल सर्जन को पत्र भी लिखा है.
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एक हजार से अधिक होमगार्ड जवान परेशान
पत्र के मुताबिक, मई 2019 से फरवरी 2020 तक का पैसा बकाया है. जिला कमांडेंट के पत्र के मुताबिक, भुगतान के आधार पर सदर अस्पताल में तैनात किया गया था. कमांडेंट ने सिविल सर्जन को जानकारी दी है कि होमगार्ड के जवान अल्प भत्ता भोगी हैं. ऐसे में तत्काल उनके लंबित भत्ते का भुगतान कर दिया जाए. होमगार्ड एसोसिएशन के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग के अलग-अलग परिसरों में तैनात एक हजार से अधिक होमगार्ड जवानों को ससमय भत्ता नहीं मिला रहा.
लॉकडाउन के दौरान की बेहतर सेवा, जुलाई के भत्ते में दिक्कत
राज्य सरकार ने मार्च महीने में लॉकडाउन लागू होने के बाद प्रत्येक जिले में 100- 100 होमगार्ड जवानों की तैनाती की थी. जून महीने तक सरकार के आदेश पर होमगार्ड जवानों की तैनाती रही. लेकिन जुलाई महीने में सरकार ने एक्सटेंशन संबंधी आदेश नहीं निकला. इसके बाद भी होमगार्ड के जवान ड्यूटी में डीसी- एसपी के की ओर से तैनात कराए गए. लेकिन सरकार की ओर से इस संबंध में आदेश जारी नहीं हुआ थ. ऐसे में ड्यूटी करने वाले जवानों के वेतन-भत्ते का पेंच फंस गया.
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ये भी है दिक्कत
होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मुताबिक, हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में अक्टूबर 2019 से जनवरी 2020 का भुगतान नहीं हुआ. उत्पाद विभाग परीक्षा ड्यूटी, होली और चेहल्लूम की ड्यूटी में भी होमगार्ड जवानों को सारी जगहों पर भुगतान नहीं मिल पाया है.