रांची: झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार की गिरफ्तारी का विरोध शुरू हो गया है. अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार कर दिया है. झारखंड हाई कोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन की ओर से आपात बैठक करके यह निर्णय लिया गया कि जब तक अधिवक्ता को सामने नहीं लाया जाता है तब तक कार्य बहिष्कार होगा.
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हेबियस काॅर्पस याचिका होगी दायर: एसोसिएशन में सर्वसम्मति से यह निर्णय हुआ कि झारखंड हाईकोर्ट में हेबियस काॅर्पस याचिका दायर किया जाएगा. आज सोमवार 1 अगस्त को याचिका पर विशेष सुनवाई का आग्रह जाएगा. याचिका के माध्यम से अधिवक्ता को कोर्ट के समक्ष उपस्थित करने की गुहार लगायी जाएगी. झारखंड स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन राजेंद्र कृष्णा ने बताया कि जिस तरह से अधिवक्ता को गिरफ्तार किया गया है वो गलत है. उन्होंने कहा कि अधिवक्ता राजीव कुमार अपराधी नहीं हैं इसलिए उन्हें बगैर नोटिस दिए गिरफ्तार करना उचित नहीं है.
रविवार को हुई थी गिरफ्तारी: बता दें कि झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को कोलकाता के बड़ाबाजार स्थित हैरिसन रोड के एक मॉल से गिरफ्तार किया गया था. राजीव कुमार पर कोलकाता के एक व्यवसायी से पीआईएल निपटारे के नाम पर 1 करोड़ रुपये रंगदारी मांगने का आरोप है. गिरफ्तारी के बाद राजीव कुमार के बैग से 50 लाख रुपये बरामद किया गया. इसके अलावे राजीव कुमार के बैग से कई डॉक्यूमेंट्स भी बरामद किए गए हैं. गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद कोलकाता पुलिस आज उन्हें कोर्ट में पेश करेगी.
रांची पुलिस ने किया इंकार: इधर पूरे मामले में रांची पुलिस ने कुछ मीडिया रिपोर्ट्स को गलत बताया है. पुलिस द्वारा जारी प्रेस रिलीज में बताया गया कि इस गिरफ्तारी में रांची पुलिस की कोई भूमिका नहीं है. यह कार्रवाई कोलकाता पुलिस के द्वारा की गई है. प्रेस रिलीज में लिखा है कि रांची पुलिस के द्वारा गिरफ्तारी के संबंध में कोई अनुरोध नहीं किया गया था और न ही ये गिरफ्तारी रांची पुलिस से संबंधित किसी मामले में की गई है.