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हेमंत सोरेन ने रघुवर दास के खिलाफ केस लिया वापस, बोले- राजनीतिक द्वेष खत्म कर राज्य का करेंगे विकास

झारखंड के मनोनीत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा वापस ले लिया है. उन्होंने बताया कि वह किसी से भी राजनीतिक द्वेष नहीं रखना चाहते हैं और सब के साथ मिलकर राज्य का विकास करना चाहते हैं.

हेमंत सोरेन ने रघुवर दास के खिलाफ केस लिया वापस, बोले- राजनीतिक द्वेष खत्म कर राज्य का करेंगे विकास
रघुवर और हेमंत
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Published : Dec 26, 2019, 11:28 PM IST

रांचीः विधानसभा चुनाव 2019 के नतीजे आ चुके हैं. राज्य में बड़ा सियासी उलटफेर हो चुका है. झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस की गठबंधन ने राज्य में बड़ी वापसी करते हुए सूबे में सरकार बनाने को तैयार है. जामताड़ा में चुनावी रैली में अपने संबोधन के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के बयान से उथल पुथल मच गया था. हेमंत ने रघुवर के खिलाफ थाने में मामला दर्ज किया था लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्होंने केस को वापस लिया है.

देखें पूरी खबर

यह भी पढ़ें- सरयू राय के खत को गंभीरता से लेना चाहिए, मुख्य सचिव को अविलंब करनी चाहिए कार्रवाई: कांग्रेस

सराहनीय पहल

जामताड़ा में 18 दिसंबर को प्रचार प्रसार के आखिरी दिन रघुवर दास ने सोरेन परिवार के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था. रघुवर के बिगड़े स्वर के बाद तमाम विपक्षी दलों ने उन्हें कटघरे में खड़ा किया था. हेमंत सोरेन ने तत्काल इस मामले की शिकायत जामताड़ा स्थित मिहीजाम के एसटी एससी कोर्ट में भी किया था, लेकिन चुनाव जीतने के बाद हेमंत ने मुकदमे को वापस लेकर इस विवाद का अंत कर दिया. हेमंत ने बताया कि उनका किसी से राजनीतिक द्वेष नहीं है और वह इस केस को वापस ले रहे ताकि राज्य में पक्ष और विपक्ष के बीच अच्छी भाइचारगी बनी रहे. मनोनीत मुख्यमंत्री के इस राजनीतिक भाइचारगी वाले कदम को पॉलिटीकल जगत में खुब सराहा जा रहा है. कोई इसे अच्छा संस्कार बता रहा, तो कोई इसे अच्छा पहल बता रहा. जेपीसीसी अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने इसे अच्छा संस्कार बताया और कहा कि ऐसा कर के हेमंत ने अपना कद उंचा कर लिया. वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें इस बाबत कोई जानकारी नहीं है.

रांचीः विधानसभा चुनाव 2019 के नतीजे आ चुके हैं. राज्य में बड़ा सियासी उलटफेर हो चुका है. झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस की गठबंधन ने राज्य में बड़ी वापसी करते हुए सूबे में सरकार बनाने को तैयार है. जामताड़ा में चुनावी रैली में अपने संबोधन के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के बयान से उथल पुथल मच गया था. हेमंत ने रघुवर के खिलाफ थाने में मामला दर्ज किया था लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्होंने केस को वापस लिया है.

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जामताड़ा में 18 दिसंबर को प्रचार प्रसार के आखिरी दिन रघुवर दास ने सोरेन परिवार के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था. रघुवर के बिगड़े स्वर के बाद तमाम विपक्षी दलों ने उन्हें कटघरे में खड़ा किया था. हेमंत सोरेन ने तत्काल इस मामले की शिकायत जामताड़ा स्थित मिहीजाम के एसटी एससी कोर्ट में भी किया था, लेकिन चुनाव जीतने के बाद हेमंत ने मुकदमे को वापस लेकर इस विवाद का अंत कर दिया. हेमंत ने बताया कि उनका किसी से राजनीतिक द्वेष नहीं है और वह इस केस को वापस ले रहे ताकि राज्य में पक्ष और विपक्ष के बीच अच्छी भाइचारगी बनी रहे. मनोनीत मुख्यमंत्री के इस राजनीतिक भाइचारगी वाले कदम को पॉलिटीकल जगत में खुब सराहा जा रहा है. कोई इसे अच्छा संस्कार बता रहा, तो कोई इसे अच्छा पहल बता रहा. जेपीसीसी अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने इसे अच्छा संस्कार बताया और कहा कि ऐसा कर के हेमंत ने अपना कद उंचा कर लिया. वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें इस बाबत कोई जानकारी नहीं है.

Intro:जामताङा: पूर्व सीएम रघुवर दास के खिलाफ में जाम थाने में हेमंत सोरेन द्वारा दिए गए आवेदन पर एसटीएससी मामला दर्ज होने के बाद हेमंत सोरेन द्वारा मामला वापस लेने की बात आ रही है सामने।


Body:मिहिजाम थाने में हेमंत सोरेन द्वारा दिए गए आवेदन पर पूर्व सीएम रघुवर दास के खिलाफ अनुसूचितजाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। जिसमें रघुवर दास पूर्व सीएम के खिलाफ हेमंत सोरेन ने मिहिजाम में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सार्वजनिक मंच से जाति सूचक नाम लेकर अपशब्द बोलने का आरोप लगाया है । मामला दर्ज होने के बाद अब यह बात सामने आ रही है कि सूचक झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड सरकार के होने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने द्वारा दिए गए शिकायत को वापस लेंगे । इस बारे में जब जिले के पुलिस कप्तान उनके आवास में जाकर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो पुलिस अधीक्षक ने इस बारे में किसी भी तरह की टिप्पणी एवं कैमरा के सामने बोलने नहीं चाहे ।उनके द्वारा यह बताया गया कि इस मामले को वापस लेने की बात हो रही है। वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता और समर्थक हेमंत सोरेन द्वारा दर्ज पूर्व सीएम के खिलाफ मामले को वापस लेने की बात पर हेमंत सोरेन को दरियादिली बता रहे हैं ।झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय कमेटी के सदस्य और जामतारा प्रखंड के उप प्रमुख असित मंडल ने हेमंत सोरेन द्वारा मामले को वापस लिए जाने की बात को दरियादिली बताते हुए कहा कि रघुवर दास को इस मामले से भी ज्यादा सजा जनता दे चुकी है ।
बाईट अजीत मंडल केंद्रीय समिति सदस्य झारखंड मुक्ति मोर्चा


Conclusion:विधानसभा चुनाव के दौरान 18 दिसंबर को मिहिजाम में एक चुनावी सभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास में सोरेन परिवार के खिलाफ आपत्तिजनक विवादित बयान दिए थे। जिस पर हेमंत सोरेन ने दुमका मुफस्सिल थाने में आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की थी ।इस पर दुमका sc-st थाने की पुलिस ने । मामला मिहिजाम थाना क्षेत्र का होने के कारण मामले को अग्रसर कार्रवाई करते हुए मिहिजाम थाना भेज दिया। जिसपर मिहिजाम पुलिस ने रघुवर दास के खिलाफ कांड संख्या दर्ज करते हुए अनुसंधान के लिए एसडीपीओ जामताड़ा को बनाया। मामला दर्ज होने के बाद अब यह बात सामने आने पर कि हेमंत सोरेन अपने शिकायत को वापस लेंगे चर्चा का बाजार गर्म है। अब हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण करने के पश्चात हेमंत सरकार द्वारा देखने वाली बात होगी की पूर्व सीएम के खिलाफ दर्ज कराए गए मामले और शिकायत को वापस लिया जाता है या नहीं।
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