रांची: इस साल के अंत तक राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे लेकर तमाम राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है. इधर, झारखंड की मुख्य विपक्षी पार्टी जेएमएम ने सत्ताधारी दल बीजेपी और राज्य के मुखिया के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
सूबे के पूर्व सीएम और जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन मीडिया में बयानबाजी के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी सरकार को घेर रहे हैं. वे राज्य की तमाम छोटी-बड़ी घटनाओं पर नजर रख रहे हैं और जनविरोधी नीतियों पर सराकर के खिलाफ मुखर होते दिखाई दे रहे हैं.हेमंत सोरेन ने अपने ट्विटर एकाउंट से आदित्यपुर मामले पर टवीट किया है और कहा कि स्थिति अत्यंत गंभीर है सरकार को स्पेशल टास्क फोर्स बनाकर इस भयावह स्थिति का मूल्यांकन कर शीघ्र एक रोड मैप तैयार कर लेना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि हाथी उड़ाने के साथ-साथ सरकार ने राज्य में चल रहे इन उद्योगों पर ध्यान दिया होता तो आज ऐसी स्थिति उत्पन्न न होती.दरअसल, आदित्यपुर उद्योगिक क्षेत्र में मौजूद ऑटोमोबाइल सेक्टर मंदी की मार झेल रहा है. वहां मौजूद 700 कंपनियों में काम बंद है और 30 हजार से ज्यादा लोगों का रोजगार छीन चुका है. इसमें बड़े औधोगिक घरानों में से एक टाटा मोटर्स भी शामिल है. उन्होंने भी सरकार से इस दिशा में पहल करने की मांग की है.