रांची: पिछले कई सालों से आर्थिक संकट से जूझ रहे एचईसी ग्राहकों का विश्वास जीतने में सफल रहा. कई तरह की बाधाओं के बावजूद समय पर गुणवत्तापूर्ण कार्य पूरी कर ग्राहकों की उम्मीद पर खरे उतरने पर एचईसी प्रबंधन ने पूरी टीम को बधाई दी. प्रतिकूल परिस्थिति में एचईसी कर्मियों ने जिस उत्साह और समर्पण के साथ काम किया उसकी सराहना की जा रही है.
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समय पर पूरे कई ऑर्डर: एचईसी ने कई चुनौतियों के बावजूद ग्राहकों की आवश्यकताओं के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दिखाई है जो काबिलेतारीफ है. वर्ष के अंत में होने वाले अंतिम प्रेषण में खनन, इस्पात और सामरिक क्षेत्रों में पुर्जों के लिए प्रतिष्ठित ऑर्डर शामिल थे. जिनमें सेल के लिए लार्ज बेल एंड हॉपर और स्लैग कप, इसरो के लिए व्हील बोगी सिस्टम, लाइव रिंग असेंबली और ड्रैग ड्रम , वीएसपी के लिए एनसीएल और रोटर असेंबली का आर्डर था. जिसे एचईसी के द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में सफलता पूर्वक पूरा किया गया.
इसरो का काम एचईसी में पूरा: भारत में पहली बार, एचईसी ने हट्टी गोल्ड माइन्स के लिए 5.8 मीटर और 3.0 मीटर व्यास वाले हेड गियर रोप पुली असेंबली का विकास और आपूर्ति की है. एचईसी ने इसरो के लिए कड़े गुणवत्ता वाले व्हील बोगी सिस्टम भी विकसित और आपूर्ति की है. एचईसी अधिकारियों के मुताबित कार्य को समय पर पूरा करना बहुत कठिन था. इसरो के द्वारा दिए गए शेड्यूल के भीतर काम पूरा करने के लिए एचईसी में दिन-रात काम किया गया. इस दौरान संसाधनों की कमी और महत्वपूर्ण मशीनों के टूटने और खराब होने जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ा. लेकिन टीम वर्क, समर्पण और इंजीनियरिंग की विशेषज्ञता से सभी बाधाएं समाप्त हो गई और समय पर काम पूरा हो गया.
एचईसी को मिले नए ऑर्डर: काम के प्रति समर्पण और समय पर काम करने की प्रतिबद्धता से ग्राहकों में एचईसी के प्रति विश्वास बढ़ा है. यहीं कारण है कि ग्राहकों से नए ऑर्डर एचईसी को मिले हैं. फरवरी और मार्च 22 के महीने में, एचईसी को क्रमशः ड्रैगलाइन स्पेयर्स के लिए 57 करोड़ रुपये और इलेक्ट्रिक रोप शोवेल इक्विपमेंट (3 नंबर) के लिए 43 करोड़ रुपये के अलग-अलग ऑर्डर मिले हैं.