रांचीः झारखंड हाई कोर्ट के इतिहास में 19 मई को पहली बार ऐसा हुआ कि मुख्य न्यायाधीश की बेंच ने पेपर लेस की तरह काम किया है. मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन की अदालत में सिर्फ डिजिटल दस्तावेज के आधार पर सुनवाई की पूरी प्रक्रिया की गई है.
झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन और न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद का युगल पीठ मंगलवार 19 मई को बनाया गया था. यह बेंच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई के लिए था. जिसमें कई मामले सुनवाई के लिए सूचीबद्ध थे. मुख्य न्यायाधीश अपने आवासीय कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई की. सुनवाई के दौरान झारखंड हाई कोर्ट के इतिहास में पहली बार हुआ कि बिना पेपर के न्यायिक कार्यवाही की गई. मुख्य न्यायाधीश के बेंच में पूरी तरह डिजिटल माध्यम से सुनवाई की प्रक्रिया पूरी की गई.
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बता दें कि पूर्व में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी मामले पर सुनवाई के दौरान हार्ड कॉपी के रूप में फाइल न्यायाधीश के पास उपस्थित रहता था लेकिन, मंगलवार को मुख्य न्यायाधीश के पास किसी भी प्रकार की हार्ड कॉपी के रूप में कोई फाइल नहीं गया. बल्कि पूरी तरह से डिजिटल फाइल पर ही सुनवाई पूरी की गई.