रांचीः राज्यसभा चुनाव 2012 में हार्स ट्रेडिंग से जुड़े मामले में झामुमो विधायक सीता सोरेन की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ में सुनवाई होगी(hearing on Sita Soren petition in Supreme Court). राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों के द्वारा पैसों का खेल किया गया था. साल 2012 में वोटिंग के लिए पुलिस ने सवा दो करोड़ रुपये बरामद किए थे.
बता दें कि बाद में इस केस की जांच सीबीआई ने शुरू की थी. सीबीआई ने इस मामले में सीता सोरेन के खिलाफ चार्जशीट दायर किया था. सीता सोरेन पर दर्ज चार्जशीट में बताया गया था कि उन्होंने चुनाव में वोटिंग के लिए 50 लाख रुपये रांची के रेडिशन होटल के बेसमेंट में लिए थे. वहीं बैंक खातों के जरिए भी पैसे लिए गए थे. इस मामले में सीबीआई की चार्जशीट के खिलाफ सीता सोरेन ने याचिका दायर की थी.
सीता सोरेन ने तर्क दिया था कि राज्यसभा चुनाव से जुड़े मामले में उनके खिलाफ केस नहीं चलाया जा सकता. इस संबंध में उन्होंने साल 2019 में याचिका दायर की थी. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ में जस्टिस एस अब्दुल नजीर, जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस एएस बोपन्ना, जस्टिस बी रामासुब्रह्मण्यम व जस्टिल बीभी नगररत्ना की अदालत में मामले की सुनवाई होगी.
क्या है पूरा मामला: दरअसल, साल 2012 में राज्यसभा के 2 सीटों पर 30 मार्च को चुनाव हुआ था. जिसमें आरके अग्रवाल और पवन धुत उम्मीदवार थे. आरोप है कि उम्मीदवार आरके अग्रवाल के पक्ष में मतदान करने के एवज में पैसे लिए गए थे. इसी मामले में सीबीआई ने सीता सोरेन, उनके पिता और आप्त सचिव पर भी आरोप लगाया है.