रांची: प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने गुरुवार को कहा कि कोरोना महामारी को लेकर जांच में असहयोग करने वाले लोग राज्य और देश हित में उचित नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जांच में सब को सहयोग करना चाहिए. ऐसा नहीं करने से यह संकट पार नहीं होगा.
मानवता की रक्षा कर रहे लोग सम्मान के हकदार
बन्ना गुप्ता ने कहा की ऐसी कोई गलती नहीं करनी चाहिए जिसका बड़ा दुष्परिणाम झेलना पड़े. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो भी स्वास्थ्य विभाग के कर्मी उन तक जा रहे हैं, उनका पूरा सहयोग किया जाए. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा इतना ही नहीं वैसे लोगों का सम्मान भी बढ़ाना चाहिए जो जान जोखिम में डालकर अपने घर परिवार और सभी चीजों को छोड़कर मानवता की रक्षा करने जा रहे हैं वैसे लोग सम्मान के हकदार हैं.
ये भी पढ़ें- सीएम हेमंत सोरेन ने झारखंडवासियों को दी रामनवमी की शुभकामनाएं
सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करें
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि ऐसे लोगों का प्रतिवाद एकदम नहीं होना चाहिए. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग को भी फॉलो करना चाहिए. क्योंकि इस बीमारी से निपटने के लिए यही तरीका कारगर है. बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री गुप्ता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ उस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी शामिल हुए, जिसमें प्रधानमंत्री देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना से जुड़े मामले पर बात कर रहे थे.
ये भी पढ़ें- कोरोना इफेक्ट: 100 साल के इतिहास में पहली बार नहीं निकाली जा रही रामनवमी जुलूस
जांच के लिए तैयार नहीं
दरअसल, प्रदेश में पहला कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया है. तबलीगी जमात में शामिल होकर रांची लौटी मलेशिया की एक महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई है. उसके साथ 21 अन्य लोगों को भी पुलिस ने राजधानी के हिंदपीढ़ी स्थित एक मस्जिद से बाहर निकाला है. उसके बाद राजधानी का हिंदीपीढ़ी इलाका कड़ी निगरानी में है. गुरुवार को उस महिला के संपर्क में आए परिवार के साथ हिंदपीढ़ी में भी मेडिकल कर्मियों की एक टीम जांच करने गई, जहां लोगों ने सहयोग करने से मना कर दिया. लोगों ने साफ तौर पर कहा कि वह जांच के लिए तैयार नहीं हैं.