रांची: 5 अप्रैल को रात 9:00 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घरों की लाइट बंद कर दीये जलाने की अपील की है. इसे लेकर रिम्स के निदेशक डॉ डीके सिंह ने कहा कि अगर मनोचिकित्सक के रूप में देखा जाए तो इन चीजों का एक अहम रोल होता है जो कि लोगों के डिप्रेशन को कम करने में आम भूमिका भी निभाती है. उन्होंने कहा जिस प्रकार से आए दिन कोरोना को लेकर लोगों के मन में भय बना हुआ है. ऐसे में पीएम की यह अपील लोगों के मनोबल और डिप्रेशन को दूर करेगा.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय चिकित्सा में दीया जलाना, धूप जलाना, घंटा की आवाज को तो वैज्ञानिक रूप से पूर्णरूपेण पुष्टि नहीं की गई है लेकिन परंपरागत रूप से देखें तो यह चीजें धीरे-धीरे वैज्ञानिक रूप से भी सही मानी जा रही हैं.
वहीं, रांची के बरियातू निवासी अनूप कुमार सिंह बताते हैं कि जिस प्रकार से कोरोना का संक्रमण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और ऐसे में हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं जो कि सीधे पूरे देशवासियों के हित में है. इसके साथ ही उनके निर्णय का पूरा विश्व ने सम्मान किया है. ऐसे में अगर प्रधानमंत्री के इस अपील को माना जाए तो निश्चित रूप से देशवासियों के मन में बसा डर कम होगा और यह लोगों के मनोबल को भी बढ़ाने में मदद करेगा.
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री के इस अपील पर विपक्ष और कई लोगों ने सवाल भी खड़े किए थे लेकिन मेडिकल साइंस और लोगों के डर को देखते हुए प्रधानमंत्री का यह अपील निश्चित रूप कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लोगों के डर और उनके डिप्रेशन को कम करने का काम करेगा.