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डिजिटल ट्रांजेक्शन में हजारीबाग बाजार समिति का रिकॉर्ड, 3 करोड़ पेमेंट के बाद 6 करोड़ का रखा लक्ष्य

हजारीबाग बाजार समिति ने ई-नाम में पूरे देश भर में बेहतर काम करने का रिकॉर्ड स्थापित किया है. पिछले साल 3 करोड़ रुपये का डिजिटल पेंमेंट का रिकॉर्ड बनाने के बाद इस साल 5 करोड़ पेमेंट का लक्ष्य रखा गया है.

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Published : Mar 3, 2022, 8:06 AM IST

Updated : Mar 3, 2022, 10:02 AM IST

हजारीबाग: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने 10 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की 170 नई मंडियों को कृषि उत्पादन के वितरण हेतु ई-नाम पोर्टल से जोड़ा है. जिसके जरिए किसान अपना उत्पाद ऑनलाइन बेच सकते हैं. हजारीबाग बाजार समिति ने ई-नाम में पूरे देश भर में बेहतर काम करने का रिकॉर्ड स्थापित किया है.वर्तमान वित्तीय लक्ष्य के नजदीक पहुंचते हुए हजारीबाग बाजार समिति ने इस वित्तीय वर्ष के लिए 6 करोड़ का टारगेट बनाया है.

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन में ई नाम पोर्टल किसानों के लिए बना वरदान, 12 हजार के तरबूज बेचने वाली राज्य की पहली महिला किसान बनी किरण

डिजिटल पेमेंट का रिकॉर्ड: कोरोना महामारी और इससे जुड़ी पाबंदियों ने देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दिया है. ई-नाम के जरिए किसान भी अब डिजिटल पेमेंट की ओर बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं.हजारीबाग बाजार समिति ने पिछले साल 3 करोड़ रुपये का डिजिटल पेमेंट कर रिकॉर्ड बनाया था. वर्तमान वित्तीय वर्ष में 5 करोड़ का डिजिटल पेमेंट करने का लक्ष्य बनाया गया है. दिसंबर माह तक साढ़े 4 करोड़ डिजिटल पेमेंट किसानों को किया जा चुका है. बाजार समिति के सचिव का कहना है कि हम लोग ने भले ही 5 करोड़ का टारगेट बनाया हो लेकिन 6 करोड़ रुपया का डिजिटल पेमेंट इस बार किसानों का हजारीबाग बाजार समिति के जरिए होने जा रहा है.

देखें वीडियो
अनाज की ऑनलाइन बिक्री: बाजार समिति से जुड़े किसान का कहना है कि हम लोगों ने महज 4 महीने में 4 करोड़ का अनाज ऑनलाइन बेचा है. ई-नाम हम लोगों के लिए बेहतर विकल्प के रूप में उभर रहा है. वित्तीय वर्ष में हम लोगों ने गेहूं टमाटर तरबूज समेत अन्य फसल का ऑनलाइन ट्रेडिंग किया है.हजारीबाग के किसान डिजिटल पेमेंट की ओर अग्रसर हो रहे हैं. जिसका लाभ भी दिख रहा है. एक ओर किसान बिचौलियों से बच रहे हैं तो दूसरी ओर उनका पैसा भी खरीद बिक्री के कारण डूब भी नहीं रहा है.

हजारीबाग: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने 10 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की 170 नई मंडियों को कृषि उत्पादन के वितरण हेतु ई-नाम पोर्टल से जोड़ा है. जिसके जरिए किसान अपना उत्पाद ऑनलाइन बेच सकते हैं. हजारीबाग बाजार समिति ने ई-नाम में पूरे देश भर में बेहतर काम करने का रिकॉर्ड स्थापित किया है.वर्तमान वित्तीय लक्ष्य के नजदीक पहुंचते हुए हजारीबाग बाजार समिति ने इस वित्तीय वर्ष के लिए 6 करोड़ का टारगेट बनाया है.

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डिजिटल पेमेंट का रिकॉर्ड: कोरोना महामारी और इससे जुड़ी पाबंदियों ने देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दिया है. ई-नाम के जरिए किसान भी अब डिजिटल पेमेंट की ओर बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं.हजारीबाग बाजार समिति ने पिछले साल 3 करोड़ रुपये का डिजिटल पेमेंट कर रिकॉर्ड बनाया था. वर्तमान वित्तीय वर्ष में 5 करोड़ का डिजिटल पेमेंट करने का लक्ष्य बनाया गया है. दिसंबर माह तक साढ़े 4 करोड़ डिजिटल पेमेंट किसानों को किया जा चुका है. बाजार समिति के सचिव का कहना है कि हम लोग ने भले ही 5 करोड़ का टारगेट बनाया हो लेकिन 6 करोड़ रुपया का डिजिटल पेमेंट इस बार किसानों का हजारीबाग बाजार समिति के जरिए होने जा रहा है.

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अनाज की ऑनलाइन बिक्री: बाजार समिति से जुड़े किसान का कहना है कि हम लोगों ने महज 4 महीने में 4 करोड़ का अनाज ऑनलाइन बेचा है. ई-नाम हम लोगों के लिए बेहतर विकल्प के रूप में उभर रहा है. वित्तीय वर्ष में हम लोगों ने गेहूं टमाटर तरबूज समेत अन्य फसल का ऑनलाइन ट्रेडिंग किया है.हजारीबाग के किसान डिजिटल पेमेंट की ओर अग्रसर हो रहे हैं. जिसका लाभ भी दिख रहा है. एक ओर किसान बिचौलियों से बच रहे हैं तो दूसरी ओर उनका पैसा भी खरीद बिक्री के कारण डूब भी नहीं रहा है.
Last Updated : Mar 3, 2022, 10:02 AM IST
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