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रघुवर सरकार में भ्रष्ट्राचार को लेकर जीरो टॉलरेंस के दावे हुए फेल, सरकारी डॉक्टर ने गर्भवती महिला से मांगे 3 हजार रुपये - claims of zero tolerance

राजधानी रांची के बुंडू में एक गर्भवती महिला से इलाज के लिए सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने रुपये की डिमांड की. डॉक्टर ने साफ तौर पर कहा कि रुपये दो तो इलाज होगा वरना प्राइवेट अस्पताल ले जाओ. इसके बाद महिला ने डॉक्टर को रुपये दिए तब उसका इलाज हुआ.

पीड़ित महिला
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Published : Nov 22, 2019, 3:08 PM IST

बुंडू, रांची: राजधानी में सरकार के भ्रष्ट्राचार पर जीरो टॉलरेंस का माखौल उसके ही अधीनस्थ कर्मचारी उड़ा रहे हैं. बुंडू अनुमंडलीय सरकारी अस्पताल में पेट दर्द की शिकायत पर इलाज कराने पहुंची महिला से डॉक्टर ने 3 हजार रुपये की डिमांड की. महिला ने रुपये देने से मना किया तो डॉक्टर ने इलाज करने में आनाकानी की.

वीडियो में देखें पूरी खबर

दरअसल, रूबी देवी नाम की गर्भवती महिला का बुंडू अनुमंडलीय सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा था. गुरुवार को रूबी देवी को पेट में दर्द हुआ, जिसके बाद वो अस्पताल पहुंची. डॉक्टर ने जांच के बाद महिला को बताया कि उसका मिसकैरेज हो गया है. महिला के मुताबिक, डॉक्टर ने कहा कि प्राइवेट अस्पताल जाकर सफाई करवा लीजिए. हालांकि महिला ने प्राइवेट अस्पताल जाने से मना कर दिया. महिला का कहना था कि जब अभी तक वो सरकारी अस्पताल में ही इलाज करवा रही थी, तो अब प्राइवेट अस्पताल क्यों जाए.

ये भी पढ़ें- ओडिशा पुलिस ने रांची में की छापेमारी, सोना के साथ एक लुटेरे को किया गिरफ्तार

आरोप है कि इस दौरान डॉक्टर ने परिजनों से 3 हजार रुपये की डिमांड कर दी. परिजनों ने रुपये देने में असमर्थता जताई तो डॉक्टर ने इलाज करने से मना कर दिया. इसके बाद महिला ने डॉक्टर को 1 हजार रुपये दिए. तब महिला का इलाज किया गया.

बुंडू, रांची: राजधानी में सरकार के भ्रष्ट्राचार पर जीरो टॉलरेंस का माखौल उसके ही अधीनस्थ कर्मचारी उड़ा रहे हैं. बुंडू अनुमंडलीय सरकारी अस्पताल में पेट दर्द की शिकायत पर इलाज कराने पहुंची महिला से डॉक्टर ने 3 हजार रुपये की डिमांड की. महिला ने रुपये देने से मना किया तो डॉक्टर ने इलाज करने में आनाकानी की.

वीडियो में देखें पूरी खबर

दरअसल, रूबी देवी नाम की गर्भवती महिला का बुंडू अनुमंडलीय सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा था. गुरुवार को रूबी देवी को पेट में दर्द हुआ, जिसके बाद वो अस्पताल पहुंची. डॉक्टर ने जांच के बाद महिला को बताया कि उसका मिसकैरेज हो गया है. महिला के मुताबिक, डॉक्टर ने कहा कि प्राइवेट अस्पताल जाकर सफाई करवा लीजिए. हालांकि महिला ने प्राइवेट अस्पताल जाने से मना कर दिया. महिला का कहना था कि जब अभी तक वो सरकारी अस्पताल में ही इलाज करवा रही थी, तो अब प्राइवेट अस्पताल क्यों जाए.

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आरोप है कि इस दौरान डॉक्टर ने परिजनों से 3 हजार रुपये की डिमांड कर दी. परिजनों ने रुपये देने में असमर्थता जताई तो डॉक्टर ने इलाज करने से मना कर दिया. इसके बाद महिला ने डॉक्टर को 1 हजार रुपये दिए. तब महिला का इलाज किया गया.

Intro:रिपोर्टर - जितेन सार
क्षेत्र - बुंडू
स्लग -सरकारी स्वास्थ्य सिस्टम के दावे खोखले

एंकर - सरकार की भष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात बेमानी होती दिख रही है। सरकारी स्वास्थ्य सिस्टम के दावे खोखले साबित हुए जब एक गरीब परिवार की गर्भवती महिला पेट दर्द से कराहती अस्पताल पहुंची।
बात है तमाड़ विधानसभा के बुंडू अनुमंडलीय सरकारी अस्पताल का। आज एक महिला रूबी देवी पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल आई। अस्पताल में महिला डॉक्टर और नर्स ने जांच किया। जांच करने पर पता चला कि महिला के ढाई माह का अर्धविकसित भ्रूण खराब हो चला है और ऐसे में सफाई करने की जरूरत है लेकिन सरकारी अस्पताल ने बगैर पैसा लिए सफाई करने से मना कर दिया। मरीज रूबी देवी ने बताया कि जब शुरुवात से ही प्रेग्नेंसी की जांच सरकारी अस्पताल में कराती आ रही हूं तो अभी जब भ्रूण खराब हो गया तो क्यों प्राइवेट अस्पताल भेज जा रहा है। गर्भवती रूबी देवी और उसकी दीदी सरकारी अस्पताल में ही खराब हो चुके भ्रूण की सफाई के लिए डटे रहे। लेकिन जब तक गर्भवती के परिजन सरकारी अस्पताल के डॉक्टर को पैसा नहीं दिए तब तक पेट दर्द से परेशान गर्भवती का इलाज करने से महिला डॉक्टर ने मना कर दिया।
और जब परिजन अस्पताल में पैसे जमा किये उसके बाद मरीज रूबी देवी के खराब भ्रूण की सफाई की गई अस्पताल में उपस्थित डॉक्टर ने मरीज से ढाई से ₹3000 की मांग की थी मरीज के भाई ने पैसे देने में असमर्थता जताई। बावजूद बार-बार डॉक्टर ने कहा कि इसे आप प्राइवेट अस्पताल में ले जाओ। जब तक पैसे नहीं दिए गए तब तक डॉक्टर ने मरीज को हाथ तक नहीं लगाया जैसे ही भाई ने ₹1000 दिए तब काम शुरू किया गया। तब जाकर मरीज का इलाज किया गया। ऐसे में सरकारी अस्पताल के दावे खोखले होते दिख रहे हैं। गरीबों के इलाज के लिए भी सरकारी अस्पताल पैसे की मांग करें तो गरीब मरीज क्या करें।

बाईट - मरीज
बाईट - मरीज के परिजन
बाईट - एस डी ओ बुंडूBody:NoConclusion:No
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