रांची: राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने बेंगलुरु में गढ़वा विधानसभा के फंसे हुए मजदूरों का ध्यान राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर दिलाया. उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि बेंगलुरु में बंधक बना कर गढ़वा के मजदूरों से इस लॉकडाउन में जबरन काम कराया जा रहा है. काम न करने की सूरत में उनके साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया जा रहा है. उन्हें बुरे तरीके से मारा-पीटा जा रहा है. उन्होंने बताया कि बेंगलुरु हवाई अड्डा में बीआईएएल प्रोजेक्ट में एलएनटी द्वारा कार्य किया जा रहा है.
इस प्रोजेक्ट में गढ़वा के मजदूर पहले से काम कर रहे थे, लेकिन इस लॉकडाउन और कोरोना महामारी के संक्रमण के बीच भी इन लोगों से जबरन काम कराया जा रहा है. जब इन मजदूरों ने काम न करने और घर लौटने की मांग की तो इन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. कंपनी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर और प्रोजेक्ट मैनेजर जबरदस्ती काम कराने पर उतारू हो गए हैं. प्रबंधन द्वारा स्थानीय पुलिस से इन मजदूरों की पिटाई भी कराई गयी और इन सभी मजदूरों का मोबाइल भी छीन लिया गया है. स्थानीय पुलिस और प्रबंधन के दबाव के कारण गढ़वा के मजदूर काम करने को विवश हैं.
ये भी पढ़ें: कोरोना के दो पॉजिटिव केस आने के बाद प्रशासन रेस, आसपास के इलाकों की बढ़ाई गई चौकसी
मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में जब सब लोग कोरोना से जंग लड़ रहे हैं. ऐसी परिस्थिति में बैंगलुरू में झारखंड के लोगों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार कहीं से भी उचित नहीं है. इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है. यह बहुत ही शर्मनाक घटना है. मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आश्वास्त किया है कि वे वहां की सरकार से बात करेंगे और कंपनी एवं उसके प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने को कहेंगे. इसके साथ ही सभी मजदूरों को सकुशल वहां से निकालकर उनके घर वापसी का रास्ता निकालेंगे.