रांची: सूर्योपासना और आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व को लेकर फलों का बाजार पूरी तरह से सज कर तैयार हो गया है. वहीं, छठ व्रती फल खरीदने के लिए बाजारों में पहुंचने लगे हैं. लेकिन इस बार आंध्र प्रदेश में आई बाढ़ ने केले का दाम को बढ़ा दिया है तो वहीं जम्मू कश्मीर में बिगड़े हालात के कारण सेब का स्वाद भी फीका पड़ गया है. इसके बावजूद लोग आस्था के आगे कीमत की परवाह किए बगैर फलों की खरीदारी कर रहे हैं.
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सेव और केले की कीमत में उछाल
आस्था का महापर्व छठ में फलों का खास महत्व होता है. इसे लेकर सामान्य दिनों की अपेक्षा फलों की मांग और कीमत दोनों बढ़ जाती है. थोक फल विक्रेता का कहना है कि ट्रांसपोर्ट चार्ज बढ़ जाने की वजह से फलों की कीमत में बढ़ोतरी हुई है. वहीं, इस वर्ष आंध्र प्रदेश में आई बाढ़ के कारण केले की कीमत में काफी उछाल हुई है. वहीं, दूसरी ओर जम्मू कश्मीर से आने वाले सेब पर भी काफी प्रभाव पड़ा है. थोक विक्रेताओं का कहना है कि छठ व्रतियों को कोई परेशानी ना हो इसे लेकर उन्होंने इस मौके पर फलों का स्टॉक बढ़ा दिया है. उन्होंने बताया कि छठ व्रतियों की मांग को पूरा करने के लिए दूसरे राज्य से फल मंगाया गया है.
फलों की कीमत में आए उछाल की वजह से लोगों के बजट पर असर पड़ रहा है. लोग बाजार तो जरूर आ रहे हैं लेकिन फलों की बड़ी कीमत की वजह से जरूरत से कम फल की खरीदारी कर रहे हैं. वहीं, फलों के बिना पूजा अधूरी ना रह जाए इसको लेकर छठ व्रती महंगाई का भी सामना करने में विवश है.
फलों की कीमत
- केला- 200-500 रुपए कंधी/50 दर्जन
- सेब- 300-500 पेटी/80 रुपए kg
- संतरा- 700 पेटी /70 रुपए kg, कीनू- 220-300 रुपए पेटी
- अनार-120 रुपए kg, शरीफा- 70-80 रुपए kg
- नाश्पति- 80 रुपए kg, बड़ा नीबू -15 रुपए पीस
- सुखा नारियल- 25 रुपए पीस, पानी फल- 80 रुपएkg
- अनानस- 50 रुपए, ईख- 20-30 रुपए पीस