ETV Bharat / city

आस्था पर महंगाई की मार, आसमान छू रहे फलों के दाम

महापर्व छठ में फलों की कीमत हमेशा ही बढ़ जाया करती है. लेकिन इस साल फल के कश्मीर के बंद होने से सेब की ट्रांसपोर्टेशन नहीं हो सकी जिससे फल विक्रेता भी परेशान हैं. छठ व्रतियों को देखते हुए फल विक्रेता भी कोशिश में हैं कि उन्हें फल मिलने में कोई मुश्किल न हो, लेकिन सेब और केले की कमी ने उसके दाम आसमान पर पहुंचा दिए हैं.

फल से सजा बाजार
author img

By

Published : Nov 1, 2019, 1:57 PM IST

रांची: सूर्योपासना और आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व को लेकर फलों का बाजार पूरी तरह से सज कर तैयार हो गया है. वहीं, छठ व्रती फल खरीदने के लिए बाजारों में पहुंचने लगे हैं. लेकिन इस बार आंध्र प्रदेश में आई बाढ़ ने केले का दाम को बढ़ा दिया है तो वहीं जम्मू कश्मीर में बिगड़े हालात के कारण सेब का स्वाद भी फीका पड़ गया है. इसके बावजूद लोग आस्था के आगे कीमत की परवाह किए बगैर फलों की खरीदारी कर रहे हैं.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-छठ में रांची में ट्रैफिक रूट व्यवस्था बदलने का लिया गया निर्णय, शहर में बड़े वाहनों के प्रवेश पर होगा रोक

सेव और केले की कीमत में उछाल

आस्था का महापर्व छठ में फलों का खास महत्व होता है. इसे लेकर सामान्य दिनों की अपेक्षा फलों की मांग और कीमत दोनों बढ़ जाती है. थोक फल विक्रेता का कहना है कि ट्रांसपोर्ट चार्ज बढ़ जाने की वजह से फलों की कीमत में बढ़ोतरी हुई है. वहीं, इस वर्ष आंध्र प्रदेश में आई बाढ़ के कारण केले की कीमत में काफी उछाल हुई है. वहीं, दूसरी ओर जम्मू कश्मीर से आने वाले सेब पर भी काफी प्रभाव पड़ा है. थोक विक्रेताओं का कहना है कि छठ व्रतियों को कोई परेशानी ना हो इसे लेकर उन्होंने इस मौके पर फलों का स्टॉक बढ़ा दिया है. उन्होंने बताया कि छठ व्रतियों की मांग को पूरा करने के लिए दूसरे राज्य से फल मंगाया गया है.

फलों की कीमत में आए उछाल की वजह से लोगों के बजट पर असर पड़ रहा है. लोग बाजार तो जरूर आ रहे हैं लेकिन फलों की बड़ी कीमत की वजह से जरूरत से कम फल की खरीदारी कर रहे हैं. वहीं, फलों के बिना पूजा अधूरी ना रह जाए इसको लेकर छठ व्रती महंगाई का भी सामना करने में विवश है.

फलों की कीमत

  • केला- 200-500 रुपए कंधी/50 दर्जन
  • सेब- 300-500 पेटी/80 रुपए kg
  • संतरा- 700 पेटी /70 रुपए kg, कीनू- 220-300 रुपए पेटी
  • अनार-120 रुपए kg, शरीफा- 70-80 रुपए kg
  • नाश्पति- 80 रुपए kg, बड़ा नीबू -15 रुपए पीस
  • सुखा नारियल- 25 रुपए पीस, पानी फल- 80 रुपएkg
  • अनानस- 50 रुपए, ईख- 20-30 रुपए पीस

रांची: सूर्योपासना और आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व को लेकर फलों का बाजार पूरी तरह से सज कर तैयार हो गया है. वहीं, छठ व्रती फल खरीदने के लिए बाजारों में पहुंचने लगे हैं. लेकिन इस बार आंध्र प्रदेश में आई बाढ़ ने केले का दाम को बढ़ा दिया है तो वहीं जम्मू कश्मीर में बिगड़े हालात के कारण सेब का स्वाद भी फीका पड़ गया है. इसके बावजूद लोग आस्था के आगे कीमत की परवाह किए बगैर फलों की खरीदारी कर रहे हैं.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-छठ में रांची में ट्रैफिक रूट व्यवस्था बदलने का लिया गया निर्णय, शहर में बड़े वाहनों के प्रवेश पर होगा रोक

सेव और केले की कीमत में उछाल

आस्था का महापर्व छठ में फलों का खास महत्व होता है. इसे लेकर सामान्य दिनों की अपेक्षा फलों की मांग और कीमत दोनों बढ़ जाती है. थोक फल विक्रेता का कहना है कि ट्रांसपोर्ट चार्ज बढ़ जाने की वजह से फलों की कीमत में बढ़ोतरी हुई है. वहीं, इस वर्ष आंध्र प्रदेश में आई बाढ़ के कारण केले की कीमत में काफी उछाल हुई है. वहीं, दूसरी ओर जम्मू कश्मीर से आने वाले सेब पर भी काफी प्रभाव पड़ा है. थोक विक्रेताओं का कहना है कि छठ व्रतियों को कोई परेशानी ना हो इसे लेकर उन्होंने इस मौके पर फलों का स्टॉक बढ़ा दिया है. उन्होंने बताया कि छठ व्रतियों की मांग को पूरा करने के लिए दूसरे राज्य से फल मंगाया गया है.

फलों की कीमत में आए उछाल की वजह से लोगों के बजट पर असर पड़ रहा है. लोग बाजार तो जरूर आ रहे हैं लेकिन फलों की बड़ी कीमत की वजह से जरूरत से कम फल की खरीदारी कर रहे हैं. वहीं, फलों के बिना पूजा अधूरी ना रह जाए इसको लेकर छठ व्रती महंगाई का भी सामना करने में विवश है.

फलों की कीमत

  • केला- 200-500 रुपए कंधी/50 दर्जन
  • सेब- 300-500 पेटी/80 रुपए kg
  • संतरा- 700 पेटी /70 रुपए kg, कीनू- 220-300 रुपए पेटी
  • अनार-120 रुपए kg, शरीफा- 70-80 रुपए kg
  • नाश्पति- 80 रुपए kg, बड़ा नीबू -15 रुपए पीस
  • सुखा नारियल- 25 रुपए पीस, पानी फल- 80 रुपएkg
  • अनानस- 50 रुपए, ईख- 20-30 रुपए पीस
Intro:रांची
बाइट--- अब्दुल कयूम थोक फल बिक्रेता
बाइट--- रामचंद्र प्रसाद खुदरा फल बिक्रेता
बाइट--- विजयलक्ष्मी सिन्हा श्रद्धालु


सूर्योपासना और आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व को लेकर फलों का बाजार पूरी तरह से सज कर तैयार हो गया है वहीं छठ वर्ती और उनके परिजन फल खरीदने के लिए बाजारों में पहुंचने लगे हैं लेकिन इस बार आंध्र प्रदेश में आई बाढ़ ने केले का दाम को बढ़ा दिया है तो वहीं जम्मू कश्मीर मे बिगड़े हालात के कारण सेव का स्वाद भी फीका कर दिया है। लेकिन फिर भी छठ वर्ती आस्था के आगे कीमत की परवाह किए बगैर फलों की खरीदारी कर रहे हैं





Body:आस्था का महापर्व छठ में फलों का खास महत्व होता है इसको लेकर सामान्य दिनों की अपेक्षा फलों की मांग और कीमत दोनों बढ़ जाती है थोक फल विक्रेता का कहना है कि ट्रांसपोर्ट इंचार्ज बढ़ जाने की वजह से फलों की कीमत में बढ़ोतरी हुई है तो वहीं इस वर्ष आंध्र प्रदेश में आई बाढ़ के कारण अकेले की कीमत में काफी उछाल हुई है तो वही जम्मू कश्मीर से आने वाले शिव पर भी काफी प्रभाव पड़ा है क्योंकि अभी जम्मू कश्मीर से आने वाले शिव को मनाने में ही काफी महंगे पड़ रहे हैं। लेकिन वही थोक विक्रेता ने कहा कि छठ व्रतियों को कोई परेशानी ना हो इसको लेकर थोक फल विक्रेताओं ने इस मौके पर फलों का स्टॉक में बढ़ा दिया है छठ व्रतियों की मांग को पूरा करने के लिए दूसरे राज्य से फल मंगाया गया है।

हेलो की कीमत में आए उछाल की वजह से लोगों के बजट पर असर पड़ रहा है लोकपाल बाजार तो जरूर आ रहे हैं लेकिन फलों की बड़ी कीमत की वजह से लोग जरूरत से कम फल की खरीदारी कर रहे हैं वहीं फलों के बिना पूजा अधूरा ना रह जाए इसको लेकर छठ वर्ती महंगाई का भी सामना करने से विवश है

जानिए फलों की कीमत थोक एवं खुदरा विक्रेता

केला 200-500 कंधी/50 दर्जन
सेव 300-500 पेटी/80 kg
संतरा 700 पेटी /70 kg
कीनू 220-300 पेटी
अनार 120 kg
सरीफ 70-80 kg
नस्पति 80 kg
बड़ा नीबू 15 पीस
सुख नारियल 25 पीस
पानी फल 80 kg
अनानस 50
ईख 20-30 पीस




Conclusion:आस्था में प्रकाश ठा का कोई मेल नहीं होता है यही वजह है कि खर्च की परवाह किए बगैर आस्था में लीन छठ व्रतियों के परिजन जमकर फलों की खरीदारी कर रहे हैं पूजा में कोई सामान छूट ना जाए इसका भी पूरा ख्याल रखा जाता है
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.