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सिम केवाईसी के नाम पर मैसेज कर खाते से उठाए 2.53 लाख, सीआईडी ने धनबाद से दबोचा - साइबर क्रिमनल ने खाते से उड़ाए पैसे

सीआईडी की साइबर टीम ने दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इन्होंने BSNL सिम केवाईसी के नाम पर रांची के प्रत्युष से 2.53 लाख की ठगी कर ली थी.

fraud in the name of kyc
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Published : Sep 18, 2021, 4:27 PM IST

Updated : Sep 18, 2021, 4:56 PM IST

रांची: सीआईडी की साइबर टीम ने बल्क मैसेज भेजकर सिम केवाईसी करने के नाम पर 2.53 लाख की ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को धर दबोचा हैं. रांची के डोरंडा के रहने वाले प्रत्युष कुमार से इसी वर्ष अप्रैल महीने में साइबर अपराधियों ने 2.53 लाख की ठगी की थी.

धनबाद में बैठ कर रहे थे ठगी
गिरफ्तार साइबर अपराधियों में धनबाद के धनसार का सचिन मंडल और धनबाद के ही गोविंदपुर का रहने वाला रोहित सिंह शामिल है. 11 अप्रैल को रांची के डोरंडा के रहने वाले प्रत्युष नाथ को साइबर अपराधियों ने मैसेज के जरिए बताया कि उनके बीएसएनएल सिम का केवाईसी अपडेट नही है. अगर शाम तक केवाईसी अपडेट नहीं हुआ तो सिम कार्ड बंद कर दिया जाएगा. मैसेज में केवाईसी अपडेट के लिए एक लिंक भी दिया हुआ था. लिंक पर क्लिक करते ही प्रत्युष के मोबाइल को साइबर अपराधियों ने हैक कर लिया और देखते ही देखते खाते से 2.53 लाख गायब कर दिए. ठगी के बाद प्रत्यूष ने साइबर थाने में मामला दर्ज करवाया था.

ये भी पढ़ें: USSD CODE बन रहा साइबर ठगी का नया हथियार, ऐसे रहे सावधान

सीआईडी की सायबर टीम ने किया गिरफ्तार
मामला दर्ज करने के बाद सीआईडी की साइबर टीम अपराधियों की तलाश में जुट गई थी. इसी बीच टेक्निकल टीम के द्वारा यह जानकारी मिली कि इन ठगी को अंजाम देने के लिए धनबाद में बने एक सर्वर का प्रयोग किया गया था. तहकीकात के बाद आखिरकार धनबाद से सचिन और रोहित पकड़े गए. गिरफ्तार साइबर अपराधियों ने इससे पहले भी कई लोगों को अपना शिकार बनाया है. सीआईडी की टीम उन मामलों को लेकर भी उनसे पूछताछ कर रही है.

कैसे करते है बल्क मैसेज के नाम पर ठगी
साइबर अपराधी बल्क मैसेजिंग सर्विस के इस्तेमाल से लगातार साइबर फ्रॉड लोगों के खातों में सेंध लगाते रहे हैं. इसे देखते हुए बल्क मैसेजिंग सर्विस कंपनियों ने फ्रॉड से संबंधित कंटेंट को बैन कर दिया था. इसके बावजूद अब साइबर फ्रॉड इस बल्क मैसेजिंग सर्विस के कंटेंट में छेड़छाड़ कर लोगों को मैसेज भेज रहे हैं. इन्हीं मैसेज के जरिए वे लोगों को चूना लगा रहे हैं. इन दिनों अलग-अलग सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों जैसे बीएसएनएल, एयरटेल, जियो, वीआई सहित अन्य कंपनियों के नाम पर मैसेज भेजे जा रहे हैं.

लोगों के मोबाइल नंबर पर भेजे गए मैसेज में यह कंटेंट भेजा जा रहा है कि आपका नंबर बंद होने वाला है. केवाईसी अपडेट करा लें. इसके लिए साइबर अपराधी मैसेज की कंटेंट में संपर्क करने के लिए नंबर भेजते हैं. उन नंबरों पर संपर्क करते ही साइबर फ्रॉड लोगों को टीम वीवर, एनीडेस्क, क्विक सपोर्ट सहित अन्य ऐप डाउनलोड करवा कर खातों में सेंध लगा रहे हैं. इसके अलावा रिमोट एडमिनिस्ट्रेशन टूल (आरएटी) के क्रिम्सन मालवेयर भी भेजे जा रहे हैं. इसे लेकर बीएसएनएल सहित कई टेलीकॉम कंपनियों ने अलर्ट जारी किया है. इस अनुरोध पर रांची के साइबर थाने की पुलिस ने भी अलर्ट जारी कर इससे बचने की अपील की है.

रांची: सीआईडी की साइबर टीम ने बल्क मैसेज भेजकर सिम केवाईसी करने के नाम पर 2.53 लाख की ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को धर दबोचा हैं. रांची के डोरंडा के रहने वाले प्रत्युष कुमार से इसी वर्ष अप्रैल महीने में साइबर अपराधियों ने 2.53 लाख की ठगी की थी.

धनबाद में बैठ कर रहे थे ठगी
गिरफ्तार साइबर अपराधियों में धनबाद के धनसार का सचिन मंडल और धनबाद के ही गोविंदपुर का रहने वाला रोहित सिंह शामिल है. 11 अप्रैल को रांची के डोरंडा के रहने वाले प्रत्युष नाथ को साइबर अपराधियों ने मैसेज के जरिए बताया कि उनके बीएसएनएल सिम का केवाईसी अपडेट नही है. अगर शाम तक केवाईसी अपडेट नहीं हुआ तो सिम कार्ड बंद कर दिया जाएगा. मैसेज में केवाईसी अपडेट के लिए एक लिंक भी दिया हुआ था. लिंक पर क्लिक करते ही प्रत्युष के मोबाइल को साइबर अपराधियों ने हैक कर लिया और देखते ही देखते खाते से 2.53 लाख गायब कर दिए. ठगी के बाद प्रत्यूष ने साइबर थाने में मामला दर्ज करवाया था.

ये भी पढ़ें: USSD CODE बन रहा साइबर ठगी का नया हथियार, ऐसे रहे सावधान

सीआईडी की सायबर टीम ने किया गिरफ्तार
मामला दर्ज करने के बाद सीआईडी की साइबर टीम अपराधियों की तलाश में जुट गई थी. इसी बीच टेक्निकल टीम के द्वारा यह जानकारी मिली कि इन ठगी को अंजाम देने के लिए धनबाद में बने एक सर्वर का प्रयोग किया गया था. तहकीकात के बाद आखिरकार धनबाद से सचिन और रोहित पकड़े गए. गिरफ्तार साइबर अपराधियों ने इससे पहले भी कई लोगों को अपना शिकार बनाया है. सीआईडी की टीम उन मामलों को लेकर भी उनसे पूछताछ कर रही है.

कैसे करते है बल्क मैसेज के नाम पर ठगी
साइबर अपराधी बल्क मैसेजिंग सर्विस के इस्तेमाल से लगातार साइबर फ्रॉड लोगों के खातों में सेंध लगाते रहे हैं. इसे देखते हुए बल्क मैसेजिंग सर्विस कंपनियों ने फ्रॉड से संबंधित कंटेंट को बैन कर दिया था. इसके बावजूद अब साइबर फ्रॉड इस बल्क मैसेजिंग सर्विस के कंटेंट में छेड़छाड़ कर लोगों को मैसेज भेज रहे हैं. इन्हीं मैसेज के जरिए वे लोगों को चूना लगा रहे हैं. इन दिनों अलग-अलग सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों जैसे बीएसएनएल, एयरटेल, जियो, वीआई सहित अन्य कंपनियों के नाम पर मैसेज भेजे जा रहे हैं.

लोगों के मोबाइल नंबर पर भेजे गए मैसेज में यह कंटेंट भेजा जा रहा है कि आपका नंबर बंद होने वाला है. केवाईसी अपडेट करा लें. इसके लिए साइबर अपराधी मैसेज की कंटेंट में संपर्क करने के लिए नंबर भेजते हैं. उन नंबरों पर संपर्क करते ही साइबर फ्रॉड लोगों को टीम वीवर, एनीडेस्क, क्विक सपोर्ट सहित अन्य ऐप डाउनलोड करवा कर खातों में सेंध लगा रहे हैं. इसके अलावा रिमोट एडमिनिस्ट्रेशन टूल (आरएटी) के क्रिम्सन मालवेयर भी भेजे जा रहे हैं. इसे लेकर बीएसएनएल सहित कई टेलीकॉम कंपनियों ने अलर्ट जारी किया है. इस अनुरोध पर रांची के साइबर थाने की पुलिस ने भी अलर्ट जारी कर इससे बचने की अपील की है.

Last Updated : Sep 18, 2021, 4:56 PM IST
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