रांची: कोरोना हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी में मरीज लेने पहुंचे एंबुलेंस पर पथराव और हंगामा मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. बता दें कि 13 अप्रैल को कोरोना हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी के मंटू चौक के पास हंगामे के बाद पुलिस-प्रशासन और मेडिकल की टीम जब दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों को लेने कुर्बान चौक पहुंची थी. उस दौरान कुछ उपद्रवियों ने हंगामा करते हुए पुलिस पर पथराव किया था.
कोरोना के संक्रमण से मुक्त हुआ आरोपी भी गया जेल
जेल भेजे गए आरोपियों में एक संक्रमण के बाद ठीक हो चुका मरीज भी शामिल है. यह वही मरीज है जिसे रिम्स के कोविड वार्ड में भर्ती किए जाने के लिए बीते 13 अप्रैल को सबसे पहले एंबुलेंस में बैठाया गया था. इसके बाद बवाल शुरू हो गया था, ठीक हुये मरीज के अलावा मो एकराम और मो. सलीम और एक और आरोपी को भी जेल भेजा गया है. कोरोना पॉजिटिव मरीज तब जेल भेजा गया. जब रिम्स में दोबारा हुई कोरोना जांच में उसका रिपोर्ट निगेटिव निकला. रिम्स से डिस्चार्ज करते ही उसे जेल भेज दिया गया, मामले में फरार बाकी आरोपियों की तलाश चल रही है.
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नामजद सहित 500 अज्ञात पर दर्ज है मामला
इस घटना में भीड़ को उकसाने वाले जमील खान, शादाब खान के अलावा मो. सलीम, मो. परवेज, मो. शमशेर और मो. हाशिम को नामजद आरोपी बनाया गया था. इनके अलावा 500 अन्य अज्ञात पर भी केस दर्ज किया गया है, जिनकी तलाश जारी है. इस घटना को लेकर हिंदपीढ़ी थाना के दारोगा प्रशिक्षा दारोगा बाजो रजक के बयान पर केस दर्ज किया गया था. हिंदपीढ़ी थाना प्रभारी ज्ञान रंजन सिंह ने बताया कि बवाल करने में शामिल रहे, सभी को जेल भेजा जाएगा.
एंबुलेंस में की थी तोड़फोड़, मेडिकल टीम को खदेड़ दिया था
13 अप्रैल की रात करीब सवा 11 बजे समुदाय विशेष को फंसाने और झूठा इलाज कराने का आरोप लगा भीड़ उग्र हो गई थी. हिंदपीढ़ी स्थित मंटू चौक में गई मेडिकल और पुलिस की टीम को निशाना बनाते हुए खदेड़ दिया था. एंबुलेंस में तोड़फोड़ की गई थी, वहां मेडिकल और पुलिस की टीम कोरोना संक्रमित को लेने गई थी. कोरोना संक्रमित को एंबुलेंस से भेजा जा चुका था, उनके परिवार के अन्य छह सदस्यों को समझा-बुझाकर एंबुलेंस में बैठाया गया था. इसी दौरान संक्रमित के तीनों भाईयों ने हंगामा शुरू कर दी थी. इस दौरान मंटू चौक और राईन मस्जिद की तरफ से करीब 300 लोग जमील खान, सदाब खान के उकसावे पर लाठी-डंडे लेकर निकले व झूठा इलाज का आरोप लगाते हुए प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे. इसी दौरान तीनों मरीज को एंबुलेंस से उतारकर घर ले गए और पुलिस बल पर पथराव कर दिया. लाेग समुदाय विशेष के लोगों को फंसाने का आरोप लगाने लगे. देर रात तक वहां हंगामा जारी रहा, यहां के बाद कुर्बान चौक पर मरीजों को लेने गई टीम पर भी हमला किया गया और जमकर हंगामा किया था. इस दौरान मेडिकल टीम को लौटना पड़ा था, एसएसपी अनीश गुप्ता के समझाने-बुझाने के बाद कोरोना संक्रमित कोविड-19 वार्ड भेजे जा सके थे.