रांची: पिछले 4 साल से झारखंड लोक सेवा आयोग में सिविल सेवा बैकलॉग नियुक्ति परीक्षा अधर में है. जबकि आयोग को राज्य सरकार की ओर से सिविल सेवा बैकलॉग से संबंधित पहला प्रस्ताव ही मिला है. जेपीएससी में मात्र 10 पदों पर नियुक्ति के लिए 2017 में विज्ञापन निकालकर उम्मीदवारों से आवेदन मांगा गया था. लेकिन अब तक यह परीक्षा नहीं हो सकी है. इससे उम्मीदवारों में काफी आक्रोश है.
2017 में जेपीएससी में मात्र 10 पदों पर नियुक्ति के लिए एक विज्ञापन निकाला गया था. लेकिन अब तक यह परीक्षा आयोजित नहीं हो सकी है. हर बार परीक्षा लेने की संभावित तिथि जेपीएससी की ओर से जारी की जाती है. इस बार आयोग ने सिविल सेवा बैकलॉग पीटी परीक्षा 25 अप्रैल 2021 को लेने का निर्णय लिया था. लेकिन वह परीक्षा भी टाल दी गई. 10 पदों के लिए आयोग के पास लगभग 6000 अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया है. 2017 से आरंभ की गई नियुक्ति प्रक्रिया के लिए आयोग ने 5 दिसंबर 2017 से 19 जनवरी 2018 तक आवेदन आमंत्रित किए थे. नियुक्ति के लिए अलग-अलग सेवा के लिए उम्र की गणना भी अलग-अलग वर्ष से की गई है. इसके बावजूद इस परीक्षा को आयोजित करने में जेपीएससी की रुचि नहीं दिख रही है. मामले को लेकर उम्मीदवारों ने नाराजगी जाहिर की है.
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इन 10 पदों पर बैकलॉग नियुक्ति होनी है
राज्य पुलिस सेवा डीएसपी के चार बैकलॉग नियुक्ति होनी है. राज्य कारा सेवा जेल सुपरिटेंडेंट के चार और राज्य नियोजन सेवा एंप्लॉयमेंट ऑफिसर के 2 पद शामिल हैं. हमेशा ही विवादों में घिरे रहे झारखंड लोक सेवा आयोग की ओर से ली जानी वाली और भी कई बैकलॉग परीक्षाएं अधर में हैं. बार-बार राजभवन की ओर से जेपीएससी को निर्देश भी दिया जा रहा है की जल्द से जल्द इन परीक्षाओं को आयोजित कर बैकलॉग खत्म करें. चेयरमैन के रूप में अमिताभ चौधरी की नियुक्त होने के बाद उम्मीदवारों को आस जगी थी कि बैकलॉग की तमाम परीक्षाएं धीरे-धीरे ली जाएगी. लेकिन जेपीएससी अभी भी सुस्त गति से ही चल रही है. जिसका खामियाजा उम्मीदवारों को भुगतना पड़ रहा है.