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सावन की पहली सोमवारी पर नहीं लगा भक्तों का तांता, नामकुम स्वर्णरेखा घाट पर पसरा रहा सन्नाटा - रांची में पहली सोमवारी को पूजा नहीं की गई

आज सावन का पहली सोमवारी है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण श्रद्धालु शिवालयों और मंदिर में जलाभिषेक और पूजा-अर्चना नहीं कर सकेंगे. हर साल सावन की पहली सोमवारी पर नामकुम स्वर्णरेखा घाट पर भक्तों की भीड़ देखने को मिलती थी. हजारों श्रद्धालु स्वर्णरेखा घाट से जल उठा कर पैदल पहाड़ी बाबा पर जल चढ़ाते थे, लेकिन कोरोना के कारण इस साल घाट पर सन्नाटा पसरा हुआ है.

first somwari pooja not celebrated due to corona in ranchi
नामकुम स्वर्णरेखा घाट
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Published : Jul 6, 2020, 9:06 AM IST

रांची: जिले के नामकुम स्वर्णरेखा घाट से हजारों श्रद्धालु सावन की पहली सोमवारी पर श्रद्धालु जल उठा कर पैदल पहाड़ी बाबा पर जल चढ़ाते थे, लेकिन कोरोना वायरस के कारण इस साल घाट पर सन्नाटा पसरा हुआ है. इस घाट पर बिहार-झारखंड और बंगाल के शिव भक्त पहुंचा करते थे. इसके साथ ही पहाड़ी मंदिर में जल चढ़ाने की परंपरा भी इस बार लॉकडाउन की वजह से रूक गया है.

देखें पूरी खबर

देवघर की तर्ज पर पहाड़ी मंदिर में भी लाइव दर्शन का आनंद सोमवार को जिला प्रशासन ने लोगों के लिए किया. इस साल शिवभक्त घाट पर नहीं पहुंचे और न ही इस घाट पर मेला लगा, जबकि सावन की पहली सोमवारी को यहां हजारों श्रद्धालु जल उठाने के लिए रात से ही भीड़ लगाए रहते हैं. स्वर्णरेखा घाट से स्नान कर पैदल जल लेकर पहाड़ी मंदिर को जल अर्पण करते हैं.

ये भी देखें- हजारीबाग: संक्रमित व्यक्ति के स्वस्थ होने के बाद समाज की भूमिका में कितना बदलाव, जाने हकीकत

इस घाट पर लगने वाला सावन मेला से हजारों लोगों का रोजी-रोजगार भी चलता है. जो इस साल लॉकडाउन की वजह से पूरी तरह से ठप रहा. हालांकि, स्थानीय लोग और कमेटी ने भी लोगों में कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता फैलाई है, जिसकी वजह से भी इस बार शिव भक्त इस घाट से जल उठाने नहीं पहुंचे हैं.

रांची: जिले के नामकुम स्वर्णरेखा घाट से हजारों श्रद्धालु सावन की पहली सोमवारी पर श्रद्धालु जल उठा कर पैदल पहाड़ी बाबा पर जल चढ़ाते थे, लेकिन कोरोना वायरस के कारण इस साल घाट पर सन्नाटा पसरा हुआ है. इस घाट पर बिहार-झारखंड और बंगाल के शिव भक्त पहुंचा करते थे. इसके साथ ही पहाड़ी मंदिर में जल चढ़ाने की परंपरा भी इस बार लॉकडाउन की वजह से रूक गया है.

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देवघर की तर्ज पर पहाड़ी मंदिर में भी लाइव दर्शन का आनंद सोमवार को जिला प्रशासन ने लोगों के लिए किया. इस साल शिवभक्त घाट पर नहीं पहुंचे और न ही इस घाट पर मेला लगा, जबकि सावन की पहली सोमवारी को यहां हजारों श्रद्धालु जल उठाने के लिए रात से ही भीड़ लगाए रहते हैं. स्वर्णरेखा घाट से स्नान कर पैदल जल लेकर पहाड़ी मंदिर को जल अर्पण करते हैं.

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इस घाट पर लगने वाला सावन मेला से हजारों लोगों का रोजी-रोजगार भी चलता है. जो इस साल लॉकडाउन की वजह से पूरी तरह से ठप रहा. हालांकि, स्थानीय लोग और कमेटी ने भी लोगों में कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता फैलाई है, जिसकी वजह से भी इस बार शिव भक्त इस घाट से जल उठाने नहीं पहुंचे हैं.

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