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नए साल में झारखंड पुलिस का जोश है HIGH, जनवरी में 39 नक्सली गिरफ्तार, 4 का सरेंडर - First month of success of Jharkhand Police

झारखंड पुलिस के लिए साल 2020 का पहला महीना बेहद अच्छा रहा. साल के पहले महीने में ही झारखंड पुलिस को कई कामयाबी मिली है. जनवरी में पुलिस ने 39 नक्सलियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है और हथियार भी बरामद किए हैं.

Jharkhand Police
झारखंड पुलिस
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Published : Feb 4, 2020, 1:21 PM IST

रांची: साल 2020 का पहला महीना झारखंड पुलिस के लिए बेहद कामयाबी भरा रहा. नक्सल फ्रंट पर झारखंड पुलिस ने अपने बेहतर रणनीति पर काम करते हुए 39 नक्सलियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. पुलिस के दबाव में आकर चार नक्सलियों ने हथियार डाल दिए जिसमें एक पांच लाख का इनामी भी था.

देखें पूरी खबर

क्या कहते हैं जनवरी 2020 के आंकड़े
झारखंड पुलिस ने जनवरी महीनें में 39 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. साल के पहले माह में हुई गिरफ्तारियों में एक जोनल और चार सबजोनल स्तर के नक्सली भी शामिल हैं. पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, लातेहार में अभियान के दौरान पुलिस से लूटे गए तीन हथियारों की बरामदगी की है. वहीं 17 देशी हथियार बरामद किए गए हैं. पुलिस ने पूरे मामले में 622 कारतूस की बरामदगी की है. लातेहार में पुलिस को सर्वाधिक सफलता मिली है. जहां से पुलिस ने पांच लाख लेवी की राशि, 615 कारतूस की बरामदगी की है. पुलिस ने एक माह में कुल 116.5 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया है.

क्यालिटी गिरफ्तारी भी हुआ पांच
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता और आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह के अनुसार पहले महीने में ही झारखंड पुलिस ने पांच क्वालिटी गिरफ्तारी की है. क्वालिटी गिरफ्तारी का मतलब यह होता है कि पांच ऐसे नक्सली गिरफ्तार हुए हैं जो अपने अपने संगठन में बहुत महत्वपूर्ण पद पर थे. इन नक्सलियों की गिरफ्तारी से नक्सली संगठनों को काफी नुकसान पहुंचा है.

चार ने किया आत्मसमपर्ण
जनवरी महीने में चार बड़े नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी कर दिया. रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता के सामने पांच लाख कुख्यात नक्सली कमांडर गोपाल गंझू ने हथियार डाल दिए.

लोहरदगा में ध्वस्त हुआ नक्सल कैंप
जनवरी महीने में पुलिस ने लोहरदगा में एक नक्सल कैंप को ध्वस्त किया है. राज्यभर में चले अभियान के बाद पुलिस ने चार आईइडी, 11 डेटोनेटर, भी बरामद किया है. सर्वाधिक 13 नक्सलियों की गिरफ्तारी पलामू से हुई है. पुलिस ने नक्सलियों के लेवी की कुल 5.30 लाख रूपये की रकम जब्त की है.

कई नक्सली वारदातों को भी दिया गया अंजाम
हालांकि एक तरफ गिरफ्तारियां और आत्मसमर्पण के आंकड़ों को देखें तो पुलिस के लिए साल 2020 का पहला महीना बेहद कामयाबी भरा रहा, लेकिन इस दौरान नक्सलियों ने भी कई जगह अपनी उपस्थिति भी दर्ज करवाई और कई वारदातों को अंजाम दिया. सबसे ज्यादा नक्सलियों ने कमर्शियल वाहनों को आग के हवाले कर दहशत फैलाया.

ये भी देखें- रांची के कई इलाकों में दूसरे दिन भी नहीं मिलेगा पानी, रुक्का प्लांट पर चल रहा है मरम्मती का काम

प्रमुख घटनाएं

  • 23 मई को सड़क निर्माण कार्य कर रही कंपनी के मुंशी रमेश मरांडी को गोलियों से नक्सलियों ने भूना. ट्रैक्टर और जेसीबी में आग लगायी गई थी.
  • लातेहार में रेलवे ट्रैक बिछाने का काम कर रही कंपनी के साइट पर आगजनी और फायरिंग की घटना.
  • पहले माह में तकरीबन दो दर्जन छिटपूट घटनाएं हुई है. जिसमे अधिकांस आगजनी की वारदातों थी.

रांची: साल 2020 का पहला महीना झारखंड पुलिस के लिए बेहद कामयाबी भरा रहा. नक्सल फ्रंट पर झारखंड पुलिस ने अपने बेहतर रणनीति पर काम करते हुए 39 नक्सलियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. पुलिस के दबाव में आकर चार नक्सलियों ने हथियार डाल दिए जिसमें एक पांच लाख का इनामी भी था.

देखें पूरी खबर

क्या कहते हैं जनवरी 2020 के आंकड़े
झारखंड पुलिस ने जनवरी महीनें में 39 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. साल के पहले माह में हुई गिरफ्तारियों में एक जोनल और चार सबजोनल स्तर के नक्सली भी शामिल हैं. पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, लातेहार में अभियान के दौरान पुलिस से लूटे गए तीन हथियारों की बरामदगी की है. वहीं 17 देशी हथियार बरामद किए गए हैं. पुलिस ने पूरे मामले में 622 कारतूस की बरामदगी की है. लातेहार में पुलिस को सर्वाधिक सफलता मिली है. जहां से पुलिस ने पांच लाख लेवी की राशि, 615 कारतूस की बरामदगी की है. पुलिस ने एक माह में कुल 116.5 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया है.

क्यालिटी गिरफ्तारी भी हुआ पांच
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता और आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह के अनुसार पहले महीने में ही झारखंड पुलिस ने पांच क्वालिटी गिरफ्तारी की है. क्वालिटी गिरफ्तारी का मतलब यह होता है कि पांच ऐसे नक्सली गिरफ्तार हुए हैं जो अपने अपने संगठन में बहुत महत्वपूर्ण पद पर थे. इन नक्सलियों की गिरफ्तारी से नक्सली संगठनों को काफी नुकसान पहुंचा है.

चार ने किया आत्मसमपर्ण
जनवरी महीने में चार बड़े नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी कर दिया. रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता के सामने पांच लाख कुख्यात नक्सली कमांडर गोपाल गंझू ने हथियार डाल दिए.

लोहरदगा में ध्वस्त हुआ नक्सल कैंप
जनवरी महीने में पुलिस ने लोहरदगा में एक नक्सल कैंप को ध्वस्त किया है. राज्यभर में चले अभियान के बाद पुलिस ने चार आईइडी, 11 डेटोनेटर, भी बरामद किया है. सर्वाधिक 13 नक्सलियों की गिरफ्तारी पलामू से हुई है. पुलिस ने नक्सलियों के लेवी की कुल 5.30 लाख रूपये की रकम जब्त की है.

कई नक्सली वारदातों को भी दिया गया अंजाम
हालांकि एक तरफ गिरफ्तारियां और आत्मसमर्पण के आंकड़ों को देखें तो पुलिस के लिए साल 2020 का पहला महीना बेहद कामयाबी भरा रहा, लेकिन इस दौरान नक्सलियों ने भी कई जगह अपनी उपस्थिति भी दर्ज करवाई और कई वारदातों को अंजाम दिया. सबसे ज्यादा नक्सलियों ने कमर्शियल वाहनों को आग के हवाले कर दहशत फैलाया.

ये भी देखें- रांची के कई इलाकों में दूसरे दिन भी नहीं मिलेगा पानी, रुक्का प्लांट पर चल रहा है मरम्मती का काम

प्रमुख घटनाएं

  • 23 मई को सड़क निर्माण कार्य कर रही कंपनी के मुंशी रमेश मरांडी को गोलियों से नक्सलियों ने भूना. ट्रैक्टर और जेसीबी में आग लगायी गई थी.
  • लातेहार में रेलवे ट्रैक बिछाने का काम कर रही कंपनी के साइट पर आगजनी और फायरिंग की घटना.
  • पहले माह में तकरीबन दो दर्जन छिटपूट घटनाएं हुई है. जिसमे अधिकांस आगजनी की वारदातों थी.
Intro:कामयाबी का पहला महीना - 31 दिन , 39 नक्सली गिरफ्तार, चार ने किया सरेंडर ,पुलिस से लूटे हथियार भी बरामद

रांची।

साल 2020 का पहला महीना झारखंड पुलिस के लिए बेहद कामयाबी भरा रहा ,नक्सल फ्रंट पर झारखंड पुलिस ने अपने बेहतर रणनीति पर काम करते हुए 39 नक्सलियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. पुलिस के दबाव में आकर चार नक्सलियों ने हथियार डाल दिए जिसमें एक पांच लाख का इनामी भी था.

क्या कहते है जनवरी 2020 के आंकड़े

झारखंड पुलिस ने जनवरी महीनें में 39 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। साल के पहले माह में हुई गिरफ्तारियों में एक जोनल और चार सबजोनल स्तर के नक्सली भी शामिल हैं।  पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, लातेहार में अभियान के दौरान पुलिस ने पुलिस से लूटे गए तीन हथियारों की बरामदगी की है, वहीं 17 देशी हथियार बरामद किए गए हैं। पुलिस ने पूरे मामले में 622 कारतूस की बरामदगी की है। लातेहार में पुलिस को सर्वाधिक सफलता मिली है जहां से पुलिस ने पांच लाख लेवी की राशि, 615 कारतूस की बरामदगी की है। पुलिस ने एक माह में कुल 116.5 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया है।

क्यालिटी गिरफ्तारी भी हुआ पांच

झारखंड पुलिस के प्रवक्ता और आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह के अनुसार पहले महीने में ही झारखंड पुलिस ने पांच क्वालिटी गिरफ्तारी की है. क्वालिटी गिरफ्तारी का मतलब यह होता है कि पांच ऐसे नक्सली गिरफ्तार हुए हैं जो अपने अपने संगठन में बहुत महत्वपूर्ण  पद पर थे. इन नक्सलियों की गिरफ्तारी से नक्सली संगठनों को काफी नुकसान पहुंचा है.

चार ने किया आत्मसमपर्ण
जनवरी महीने में चार बड़े नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी कर दिया. रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता के सामने पांच लाख कुख्यात नक्सली कमांडर गोपाल गंझू ने हथियार डाल दिये.

लोहरदगा में ध्वस्त हुआ नक्सल कैंप

जनवरी महीने में पुलिस ने लोहरदगा में एक नक्सल कैंप को ध्वस्त किया है। राज्यभर में चले अभियान के बाद पुलिस ने चार आईइडी, 11 डेटोनेटर, भी बरामद किया है। सर्वाधिक 13 नक्सलियों की गिरफ्तारी पलामू से हुई है। पुलिस ने नक्सलियों के लेवी की कुल 5.30 लाख रूपये की रकम जब्त की है।

कई नक्सली वारदातों को भी दिया गया अंजाम
हालांकि एक तरफ गिरफ्तारियां और आत्मसमर्पण के आंकड़ों को देखें तो पुलिस के लिए साल 2020 का पहला महीना बेहद कामयाबी भरा रहा, लेकिन इस दौरान नक्सलियों ने भी कई जगह अपनी उपस्थिति भी दर्ज करवाई और कई वारदातों को अंजाम दिया .सबसे ज्यादा नक्सलियों ने कमर्शियल वाहनों को आग के हवाले कर दहशत फैलाया।

प्रमुख घटनाएं

- 23 मई को सड़क निर्माण कार्य कर रही कंपनी के मुंशी रमेश मरांडी को गोलियों से नक्सलियों ने भूना। ट्रैक्टर व जेसीबी में आग लगायी।
- लातेहार में रेलवे ट्रैक बिछाने का काम कर रही कंपनी के साइट पर आगजनी व फायरिंग।
- पहले माह में तकरीबन दो दर्जन छिटपूट घटनाएं हुई है।जिसमे अधिकांस आगजनी की वारदातों थी।


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