रांची: जैक बोर्ड ने इंटर और मैट्रिक की सप्लीमेंट्री परीक्षा में कॉपी जांच कर रहे दो परीक्षक को मूल्यांकन से हटाकर उन पर विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की है. बताया जा रहा है कि दोनों परीक्षक विद्यार्थियों से पैसे लेकर कॉपी में अंक बढ़ाने का काम कर रहे थे. इसके लिए जैक ने एक कमेटी गठित की है.
नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर जैक द्वारा कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है, फिर भी राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर फर्जी आवेदन आमंत्रित करने का मामला सामने आया है. इन दोनों मामले में जैक द्वारा एक टीम बनाई गई है. युवाओं को नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा की तैयारी चल रही थी, लेकिन समय रहते ही जैक ने इस विज्ञापन को फर्जी बताया. दरअसल जैक का फर्जी होलोग्राम लगाकर ठगों ने जेटेट परीक्षा की पूरी शेड्यूल ही जारी कर दी थी, जिसमें परीक्षा की तिथि के आलावे परीक्षा का शुल्क भी निर्धारण कर दिया गया था.
जेटेट की जारी विज्ञप्ति फर्जी
इस मामले को लेकर जैक अध्यक्ष ने एक पत्र जारी कर जानकारी दी है कि जैक की ओर से किसी भी तरह की जेटेट को लेकर विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है. जेटेट को लेकर जारी विज्ञप्ति फर्जी है. मैट्रिक और इंटर की सप्लीमेंट्री एग्जाम की कॉपी जांच रहे 2 परीक्षकों को जैक ने हटा दिया है. इन परीक्षकों पर आरोप है कि दोनों परीक्षक पैसे लेकर उत्तर पुस्तिका में अंक बढ़ाने का काम कर रहे थे.
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शिक्षकों को ब्लैक लिस्टेड करने की तैयारी
इसके बाद दोनों को मूल्यांकन काम से भी हटा दिया गया है. इसमें एसपीपी हाई स्कूल के वचन देव कुमार और राजीव गांधी हाई स्कूल बुढ़मू के सुधांशु कुमार शामिल है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने एक नोटिफिकेशन जारी कर इसकी जानकारी दी है कि इन दोनों शिक्षकों को ब्लैक लिस्टेड करने की तैयारी की जा रही है. दोनों परीक्षकों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है. विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए शिक्षक लगातार शिक्षा विभाग से विनती कर रहे हैं, लेकिन जैक ने इन शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई करने की अनुशंसा कर दी है.