रांची: झारखंड सरकार राज्य के विकास के लिए केंद्र सरकार की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है. झारखंड सरकार के कांग्रेस कोटे के कृषि मंत्री बादल ने कहा कि आपदा और विपत्ति के समय में पक्ष और विपक्ष नहीं देखा जाता है बल्कि देश, समाज और मानवता देखी जाती है. लेकिन वर्तमान समय में केंद्र सरकार का रवैया झारखंड सरकार के प्रति सही नहीं है.
कृषि मंत्री बादल ने कहा कि महागठबंधन सरकार को खजाना खाली मिला था लेकिन काम करने की इच्छा शक्ति किसी से छिपी हुई नहीं है. ऐसे में पूरा देश कोरोना की चपेट में आ गया है लेकिन राज्य के विकास से पहले मानवता को बचाना था. इसके लिए सभी के सहयोग का ही नतीजा हुआ कि झारखंड में कोरोना संक्रमण का ज्यादा असर नहीं हुआ. हालांकि अभी-भी सतर्क रहने की सबसे ज्यादा जरूरत है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड सरकार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. फिर भी सरकार उम्मीद भरी निगाहों से केंद्र सरकार की ओर देख रही है. मुख्यमंत्री लगातार प्रधानमंत्री कार्यालय से संपर्क में है ताकि झारखंड की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके और विकास के कार्यों की शुरुआत की जा सके.
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वहीं, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि गठबंधन सरकार को लूटा हुआ सरकारी खजाना मिला था. ऐसे में राजस्व बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि विकास कार्य शुरू हो सके लेकिन केंद्र सरकार नकारात्मक रवैया अपनाए हुए है. यही वजह है कि जीएसटी का पैसा भी अब तक केंद्र सरकार ने नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की मंशा भी नहीं लग रही है कि वह जीएसटी के कंपनसेशन का पैसा देगी. अगर झारखंड सरकार के बकाया पैसे का भुगतान केंद्र सरकार कर दे तो राज्य में विकास कार्यों को पटरी पर लाया जा सकता है.