रांची: कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन के चुनाव लड़ने की याचिका पर एनआईए कोर्ट की मंजूरी के बाद झारखंड के तमाड़ विधानसभा सीट के लिए होने वाला चुनाव दिलचस्प होने जा रहा है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि एक तरफ जहां आजसू से निलंबित विधायक विकास मुंडा झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार हो सकते हैं तो वहीं, दूसरी तरफ उनके पिता की हत्या के कथित साजिशकर्ता राजा पीटर और हत्या में शामिल कुख्यात उग्रवादी कुंदन पाहन भी चुनावी समर में कूदने के लिए तैयार हैं.
2014 में पहली बार विधायक बने थे विकास
2014 में इलेक्टोरल पॉलिटिक्स में आजसू के टिकट से झारखंड विधानसभा में एंट्री पाने वाले विकास मुंडा ने हाल में ही झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन थामा है. मुंडा के पिता रमेश सिंह मुंडा तमाड़ विधानसभा के विधायक रहे हैं और 2000 और 2005 में उन्होंने वहां से गोपालकृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर को चुनावी शिकस्त दी.
2008 की 9 जुलाई को रमेश सिंह मुंडा की बुंडू के एक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उग्रवादियों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. हत्या की लंबी जांच हुई बाद में एनआईए की जांच में घटना पर पड़ा पर्दा उठा और साजिशकर्ता के रूप में एनआईए ने राजा पीटर को गिरफ्तार किया. इस घटना में कुख्यात उग्रवादी कुंदन पाहन का नाम आया कुंदन ने भी बाद में झारखंड पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया.
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मजेदार बात यह है कि एक तरफ जहां विकास मुंडा अपने पिता की राजनीतिक विरासत संभालने के लिए कथित तौर पर चुनावी मैदान में उतरेंगे. वहीं, उनके पिता की हत्या के आरोपी कुंदन पाहन और साजिशकर्ता राजा पीटर अपने-अपने लिए उनके सामने चुनाव प्रचार करते नजर आएंगे. बता दें कि राजा पीटर 2009 में हुए उपचुनाव के दौरान तमाड़ से पहली बार विधायक बने थे. तमाड़ विधानसभा सीट के लिए सोमवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है और राजा पीटर अगले कुछ दिनों में अपना नामांकन भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में दाखिल करने जा रहे हैं. इस सीट पर दूसरे चरण में 7 दिसंबर को मतदान होना है.