रांची: चांसलर पोर्टल के माध्यम से रांची विश्वविद्यालय के 27 कॉलेजों में यूजी में नामांकन की प्रक्रिया 6 अगस्त से 25 अगस्त तक चली. शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों के कॉलेजों की स्थिति नामांकन को लेकर काफी खराब है. कुछ कॉलेजों में तो एक भी नामांकन चांसलर पोर्टल के जरिए नहीं हुआ है.
![enrollment in rural areas very poor due to Chancellor portal](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/03:04:11:1601285651_jh-ran-02-namanakan-img-jh10014_28092020150051_2809f_01541_168.jpg)
वहीं, रांची वीमेंस कॉलेज में 5,723, मारवाड़ी वीमेंस कॉलेज में 3,052 आवेदन चांसलर पोर्टल के माध्यम से अब तक मिले हैं. एक्सपर्ट की मानें तो चांसलर पोर्टल के जरिए नामांकन के लिए जाने से ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन तो कर रहे हैं लेकिन नामांकन लेने में उन्हें नेटवर्क संबंधी परेशानी हो रही है और इसी वजह से हुए नामांकन नहीं ले पा रहे हैं.
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इस मामले को लेकर रांची विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति कामिनी कुमार ने कहा कि समस्या को दूर करने की कोशिश की जा रही है सीटें फुल हो इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी निकाली जाएगी.