रांची: निशिकांत दुबे के ट्वीट ने झारखंड के राजनीतिक गलियारे में खलबली मचा दी है. उन्होंने लिखा है कि 'चुनाव आयोग ने एक विधायक पर केस करने की इजाजत दे दी है. इंद्रप्रस्थ में नए राजा के नाम पर माथापच्ची. इससे पहले उन्होंने लिखा है कि झारखंड के गैंग ऑफ वासेपुर पर थोड़ा इंतजार.' भाजपा सांसद के इस ट्वीट के आखिर क्या मायने हैं इसका जवाब कोई नहीं दे पा रहा है. क्योंकि उन्होंने चुनाव आयोग का हवाला देते हुए लिखा है कि एक विधायक पर केस दर्ज करने की इजाजत दे दी गई है. लिहाजा उनसे फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन बात नहीं हो पाई.
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आज की मुलाक़ात बस इतनी! झारखंड के गैंग ऑफ बसेपुर पर थोड़ा इंतज़ार! चुनाव आयोग ने एक विधायक पर केस करने का इजाज़त दिया । इन्द्र प्रस्थ में नए राजा के नाम पर माथापच्ची
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 12, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 12, 2022आज की मुलाक़ात बस इतनी! झारखंड के गैंग ऑफ बसेपुर पर थोड़ा इंतज़ार! चुनाव आयोग ने एक विधायक पर केस करने का इजाज़त दिया । इन्द्र प्रस्थ में नए राजा के नाम पर माथापच्ची
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 12, 2022
झारखंड में फिलहाल हेमंत सोरेन ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में फंसे हुए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने फरवरी में राज्यपाल रमेश बैस से मिलकर शिकायत की थी कि सीएम के पद पर रहते हुए जेएमएम कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने माइनिंग लीज ली है. इस पर राज्यपाल रमेश बैस ने धारा 191 और 192 के तहत अपनी संवैधानिक शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए शिकायती पत्र को चुनाव आयोग के पास भेजा था. इसके बाद चुनाव आयोग ने झारखंड के मुख्य सचिव से खदान लीज आवंटन रिपोर्ट मांगी थी. ऑफिस ऑफ प्रॉफिट से जुड़े इस मामले में चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जवाब देने के लिए 10 दिन का समय दिया है. चुनाव आयोग की कॉपी रांची स्थित निर्वाचन विभाग के सीईओ ऑफिस में भी आ गई है.