रांचीः आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल की मुसीबतें बढ़ने वाली हैं. ईडी ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है. एक तरफ जहां ईडी मौजूदा मामले में उनसे पूछताछ करेगी, वहीं दूसरी तरफ ईडी उनके पुराने इतिहास को भी खंगालने का भी काम करेगी. मनरेगा घोटाले की भी जांच की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आईएएस पूजा सिंघल को नोटिस, ईडी ने दस मई को किया तलब
जांच का दायरा बढ़ाः झारखंड सरकार की खान सचिव पूजा सिंघल ईडी के रडार पर है. खूंटी और चतरा में डीसी रहते हुए पूजा सिंघल के कार्यकाल में मनरेगा घोटाले को लेकर ईडी ने अपने जांच का दायरा बढ़ा दिया है. मनरेगा घोटाले में सरकार ने एसीबी से जांच का आदेश दिया था. लेकिन इस मामले में एसीबी को जांच का आदेश नहीं मिला. ऐसे में इन मामलों की जांच एसीबी ने नहीं की. ईडी अब यह पड़ताल कर रही है कि वो कौन लोग थे, जिन्होंने मामले को एसीबी तक जांच पहुंचने ही नहीं दिया. मनरेगा घोटाले और उनसे जुड़ी तमाम फाइलों का ईडी अध्ययन कर रही है. ऐसे में इन मामलों में जांच का दायरा बढ़ सकता है. गौरतलब है कि मनरेगा घोटाले में कमीश्नर रैंक के अधिकारियों ने तत्कालीन डीसी के खिलाफ रिपोर्ट की थी. लेकिन उन रिपोर्ट्स पर कभी कार्रवाई नहीं हुई.
ईडी के सामने सुमन नहीं खोल रहा पैसों का राजः ईडी की पूछताछ के दौरान सीए सुमन कुमार 17.31 करोड़ के संबंध में कोई खास जानकारी नहीं दे रहे हैं. सुमन कुमार के द्वारा बार बार बयान भी बदला जा रहा है. ईडी अधिकारियों के मुताबिक, सुमन के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग के पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं. इसी आधार पर उससे पूछताछ हो रही है. पूछताछ के दौरान अभिषेक झा भी ईडी के सवालों में उलझे रहे. ईडी के सवालों का उन्होंने खुलकर जवाब नहीं दिया. ईडी कभी भी इस मामले में अभिषेक झा को गिरफ्तार कर सकती है. वहीं, ईडी को यह साक्ष्य मिले हैं कि पूजा सिंघल ने अपने बैंक खातों से कई बार सुमन के बैंक खाते में लाखों रुपये का ट्रांजेक्शन किया है. पूजा सिंघल से इस संबंध में ईडी मंगलवार को पूछताछ करेगी.