रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद सीएम के प्रेस एडवाइजर अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ पिंटू भी ईडी के राडार पर आ गए थे. मुख्यमंत्री के साथ हमेशा साए की तरह रहने वाले अभिषेक श्रीवास्तव को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है. बताया जा रहा है कि पंकज मिश्रा के बयान के आधार पर ही अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ पिंटू का नाम सामने आया और अब वो ईडी के जांच की जद में हैं.
ये भी पढे़ं:- ईडी की दबिश, पंकज मिश्रा की खुली जुबान, बन रही कारीबियों के लिए आफत
इससे पहले पंकज मिश्रा से हुई अवैध खनन मामले में ईडी की पूछताछ में यह जानकारी मिली कि पंकज मिश्रा के लगभग एक दर्जन करीबी सिर्फ और सिर्फ अवैध खनन का काम करते हैं. झारखंड के साहिबगंज से लेकर पाकुड़ तक उनके माइंस हैं. पंकज मिश्रा ने ही अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ पिंटू को माइंस के बिजनेस में आने को कहा था. अब जब पंकज मिश्रा खुद अवैध खनन मामले में ईडी के शिकंजे में आए तो उन्होंने अभिषेक श्रीवास्तव से जुड़े मामलों की जानकारी भी ईडी को दे दी. अभिषेक श्रीवास्तव के संबंध में मिले कागजातों की गंभीरता से जांच करने के बाद आखिरकार ईडी ने पूछताछ के लिए उन्हें समन जारी कर दिया. ईडी यह भली-भांति जानती है कि अभिषेक श्रीवास्तव को लेकर जितनी जानकारियां उन्हें चाहिए वह पंकज मिश्रा के पास उपलब्ध है.
आमने सामने बिठा कर हो सकती है पूछताछ: ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अवैध खनन से जुड़े मामलों की और बेहतर जांच के लिए पंकज मिश्रा और अभिषेक पिंटू को ईडी आमने-सामने बिठाकर भी पूछताछ कर सकती है.
आठ जुलाई से शुरू हुई थी कार्रवाई: 8 जुलाई को साहिबगंज में पंकज मिश्रा और उनके सहयोगियों के साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जाचौकी और बड़हरवा के 21 ठिकानों पर छापेमारी के दौरान ईडी ने 5.34 करोड़ रुपये नकदी के अलावा पंकज मिश्रा, दाहू यादव उनके सहयोगियों से संबंधित 50 बैंक खातों में पड़े 13.32 करोड़ रुपये को जब्त किया था.