रांची: ऑनलाइन ट्रेनिंग के नाम पर ठगी करने वाले डीजेएन फाइनेंस कंपनी के खिलाफ ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने मंगलवार को कंपनी के निदेशक जितेंद्र मोहन (अब मृत) की 33 लाख 74 हजार 390 रुपये की अचल संपत्ति जब्त की है.
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लालपुर में दर्ज हुआ था मामला
मंगलवार को ईडी की टीम जितेंद्र मोहन के रांची के डुमरदगा स्थित श्री नरायण इंक्लेव के फेज दो में पहुंची और जब्ती की कार्रवाई की. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, डीजेएन फाइनेंस के द्वारा चिटफंड के जरिए करोड़ों की ठगी के मामले में पूर्व में भी 1.66 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई थी. ईडी की एडुकेटिंग अथॉरिटी ने 29 जुलाई को इस अचल संपत्ति की जब्ती पर आखिरी मुहर लगायी थी. डीजेएन फाइनेंस के खिलाफ साल 2016 में लालपुर थाने में केस दर्ज हुआ था. इसी केस के आधार पर ईडी ने केस में मनी लाउंड्रिंग की धाराओं के तहत केस दर्ज की थी. ईडी ने इस मामले में कंपनी के निदेशक जितेंद्र मोहन सिन्हा, विशाल कुमार सिन्हा, प्रशांत कुमार सिन्हा, इवाटोली संतोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
ईडी ने जांच में क्या पाया
ईडी ने अपनी जांच में पाया था कि डीजेएन फाइनेंस के द्वारा कई कंपनियां खोली गई थी. कंपनी के प्रोपराइटर विशाल कुमार सिन्हा थे. कंपनी ने डीजेएन नाम से ही डीजेएन कोमोडिटिज नाम की कंपनी बनायी थी. इस कंपनी ने ऑनलाइन ट्रेनिंग के नाम पर आम लोगों और निवेशकों से ठगी की. ऊंची दर पर पैसे देने का वादा कर कंपनी ने करोड़ों की ठगी रांची, लातेहार, डालटेनगंज, बोकारो समेत कई जिलों में की साथ ही कंपनी ने इन पैसों से ज्वेलरी शॉप भी खोला था. इस मामले में ईडी की जांच अब भी चल रही है.